यूपी की फर्जी कंपनी में करोड़ों का ITC घोटाला, बिहार से तेलंगाना तक फैला है बोगस फर्मों का नेटवर्क
उत्तर प्रदेश में एक बड़े फर्जी कंपनी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जो तेलंगाना और बिहार तक फैला है। इस नेटवर्क ने इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) में करोड़ों रुपये का घोटाला किया है। फर्जी कंपनियों के माध्यम से यह घोटाला किया गया, जिसमें फर्जी बिल जारी कर ITC का दावा किया गया। जांच में पता चला है कि घोटाले में शामिल राशि करोड़ों में है।

जागरण संवाददाता, आगरा। राज्य वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी) विभाग की जांच में इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) के खेल में पकड़ी गई सात बोगस फर्मों का नेटवर्क प्रदेश समेत कई राज्यों भी फैला है। फर्जी दस्तावेजों व फर्जी पतों पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) में पंजीकृत फर्मों ने बिना वास्तविक खरीद के 15.38 करोड़ रुपये की आइटीसी अग्रसारित कर दी।
लाभ उठाने वाली दूसरी फर्में भी सीजीएसटी में पंजीकृत हैं। संबंधित जिलों के अधिकारियों को आइटीसी रिवर्ट नहीं करने के पत्र भेजे गए हैं। एसजीएसटी ने सात बोगस फर्मों के विरुद्ध सुनियोजित तरीके से कूटरचित दस्तावेजों का उपयोग कर आइटीसी का गोलमाल करने पर दो मुकदमे दर्ज कराए हैं।
आगरा में पंजीकृत इन फर्मों से लखनऊ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, बिहार, तेलंगाना की फर्मों को आइटीसी अग्रसारित की गईं। अपर आयुक्त ग्रेड वन पंकज गांधी ने बताया कि एक सप्ताह तक जांच के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया है। अन्य फर्मों की भी जांच की जा रही है।
गोलमाल करने वाली फर्में आरएस ट्रेडर्स
लकड़ी के उत्पादों और ज्वलनशील लकड़ी का काम दिखाने वाली फर्म अंकित कुमार के नाम पर पंजीकृत है। फर्म ने 47.34 लाख रुपये की आइटीसी अग्रसारित की। सबसे अधिक 7.75 लाख रुपये की आइटीसी मुरादाबाद की यादव ट्रेडर्स को अग्रसारित की गई।
बालाजी ट्रेडर्स : अनाज का काम दिखाने वाली फर्म शिवम प्रताप के नाम पर पंजीकृत है।
फर्म ने 2.91 करोड़ रुपये की आइटीसी अग्रसारित की। यह आइटीसी गाजियाबाद की एसके इंटरप्राइजेज को अग्रसारित की गई।
आकाश ट्रेडर्स : चश्मों का काम दिखाने वाली फर्म आकाश के नाम पर पंजीकृत है। इसने 66.96 लाख रुपये की आइटीसी अग्रसारित की। सर्वाधिक 28.20 लाख रुपये की आइटीसी मुरादाबाद की फर्म कुमार ट्रेडर्स को अग्रसारित की गई।
सिंह ट्रेडर्स : बिल्डिंग मैटेरियल का काम दिखाने वाली फर्म दीपक के नाम पंजीकृत है। दो वर्षों में 1.14 करोड़ रुपये की आइटीसी अग्रसारित की। सर्वाधिक आइटीसी वित्तीय वर्ष 2024-25 में तेलंगाना की एमएस इंटरप्राइजेज को 15.72 लाख रुपये और वित्तीय वर्ष 2025-26 में फतेहगढ़ की विपिन ट्रेडर्स को 5.70 लाख रुपये की आइटीसी अग्रसारित की गई।
पीके ट्रेडर्स : लवकुश के नाम पर पंजीकृत लकड़ी उत्पादों और ज्वलनशील लकड़ी का कारोबार दिखाने वाली फर्म ने दो वर्षों में 2.23 करोड़ रुपये की आइटीसी अग्रसारित की। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जेएस ट्रेडर्स लखनऊ को 26.44 लाख रुपये और 2025-26 में जेए इंटरप्राइजेज मुरादाबाद को 40.16 लाख रुपये की आइटीसी अग्रसारित की।
ओम ट्रेडर्स : बिल्डिंग मैटेरियल का काम दिखाने वाली फर्म दीपक सोनी के नाम पंजीकृत है। इसने 5.08 करोड़ रुपये की आइटीसी अग्रसारित की। सर्वाधिक आइटीसी आगरा की महादेव सीमेंट सप्लायर्स को 10.84 लाख रुपये की अग्रसारित की गई।
श्रीराम ट्रेडर्स : ट्यूब, पाइप और हौज समेत अन्य काम के नाम पर पंजीकृत फर्म के संदीप ने 2.87 करोड़ रुपये की आइटीसी अग्रसारित की। सर्वाधिक आइटीसी वित्तीय वर्ष 2023-24 में आगरा की साईं इंटरप्राइजेज को 14.29 लाख रुपये और 2024-25 में पटना की ब्राइट सिग्नेचर को 14.02 लाख रुपये की आइटीसी अग्रसारित की गई।

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