ताजमहल की खूबसूरती, आगरा की जनता के लिए बनी श्राप; लोकसभा में क्यों उठी ये बात
आगरा में ताजमहल की सुंदरता शहरवासियों के लिए एक अभिशाप बन गई है। एनजीटी और टीटीजेड के सख्त नियमों के कारण उद्योग स्थापना मुश्किल है, जिससे बेरोजगारी ब ...और पढ़ें

ताजमहल।
जागरण संवाददाता, आगरा। आगरा में विश्व प्रसिद्ध ताजमहल है। उसकी खूबसूरती पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित करती है, लेकिन उसकी यही खूबसूरती शहर की जनता के लिए एक तरह से श्राप बन गई है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) और ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) अथारिटी के कड़े नियमों के कारण शहर में उद्योग व कारखानों की स्थापना लगभग असंभव हो गई है।
इसका सबसे बड़ा दुष्प्रभाव यह हो रहा है कि आगरा के नौजवानों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है।
फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने लोकसभा के शीतकालीन सत्र में शहर से जुड़े अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया।

सांसद राजकुमार चाहर।
सांसद ने आगरा की भौगोलिक और रोड कनेक्टिविटी को रेखांकित करते हुए कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे, लखनऊ एक्सप्रेसवे, प्रस्तावित ग्वालियर एक्सप्रेसवे और जयपुर हाईवे के कारण आगरा की देश के प्रमुख महानगरों तक उत्कृष्ट पहुंच है।
उद्योगों पर प्रतिबंध होने से शहर के विकास का सबसे उपयुक्त और बड़ा विकल्प यह है कि आगरा में देश का प्रमुख आइटी हब स्थापित किया जाए।
आगरा के बेरोजगार युवाओं के भविष्य और जनहित को ध्यान में रखकर शहर को तत्काल प्रभाव से आइटी हब के रूप में स्थापित किया जाए। इससे यहां हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा।
शहर का समग्र विकास होगा। इससे ताजमहल की ऐतिहासिक सुंदरता भी सुरक्षित रहेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने लगा रखी है रोक
सुप्रीम कोर्ट ने टीटीजेड में नए उद्योगों की स्थापना और पुरानी इकाइयों के विस्तार पर 14 अक्टूबर, 2024 को रोक लगाई थी। तभी से यह राेक यथावत है।

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