UP Politics: संगठन को एकजुट कर गए युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष, दौरे से उजागर हुई अंदरूनी दरार
आगरा में रालोद के स्थानीय स्तर पर मठाधीशी जग जाहिर है जिसकी चर्चा पार्टी नेताओं में है। युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र पटेल के दो दिवसीय कार्यक्रम में महानगर अध्यक्ष और प्रदेश के पदाधिकारियों से दूरी बनी रही। जिलाध्यक्ष को छोड़कर अधिकांश नेता कार्यक्रम से दूर रहे। पार्टी के जिम्मेदार ही एक नहीं हैं जिससे मठाधीशी का विस्तार हो रहा है।

जागरण संवाददाता, आगरा। स्थानीय स्तर पर रालोद में मठाधीशी जग जाहिर है। इसमें प्रदेश के पदाधिकारी भी शामिल हैं, इसकी रालोद नेताओं के बीच में चर्चा है। महानगर और जिला इकाई के बीच मनमुटाव के मुरझाए पौधे की युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र पटेल सिंचाई कर गए। दो दिवसीय कार्यक्रम से उन्होंने महानगर अध्यक्ष और प्रदेश के पदाधिकारियों से दूरी बनाए रखी।
जिलाध्यक्ष को छोड़ अधिकांश रालोद नेता उनके कार्यक्रम से दूर ही रहे। पंचायत चुनाव में दमखम के साथ लड़ने का दावा करने वाले पहले अपना घर तो संभाल लें। पार्टी के जिम्मेदार ही एक नहीं है। मठाधीशी खत्म किए जाने के बजाय विस्तार हो रहा है। यहीं चर्चा है। 25 अगस्त को लखनऊ कार्यालय से जारी पत्र में 26 के कार्यक्रमों का उल्लेख था।
सदस्यता अभियान का कार्यक्रम रखा गया
होटल रमाडा पर स्वागत कार्यक्रम से लेकर शहर में ही होटल जिज्ञासा में सदस्यता अभियान का कार्यक्रम रखा गया। सौरभ गुप्ता को युवा रालोद का महानगर अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद शाम को जिलाध्यक्ष पंडित गोविंद शर्मा के यहां पहुंचे। जारी पत्र में महानगर अध्यक्ष का कहीं पर कोई जिक्र नहीं था। पुराने और सक्रिय पदाधिकारी चाहे फिर कप्तान सिंह चाहर हों या फिर नरेंद्र बघेल, डा. रूपेश चौधरी, सुरेंद्र रावत, संजय फौजदार आदि उनके कार्यक्रम में नजर नहं आए। एक मात्र मानव चौधरी ही मौजूद रहे।
शहर में कार्यक्रम होने के बाद भी महानगर अध्यक्ष पंडित दुर्गेश शुक्ला को बुलाया नहीं गया। इस संबंध में युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र पटेल से बात करनी चाही, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
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