8 महीने 59 लोग संक्रमित: चूहे के मलमूत्र और खटमल से लगी बीमारी, अब आगरा के इस कस्बा में डेंगू का भी खतरा
आगरा के शमसाबाद में स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पाइराेसिस के मामले सामने आए हैं जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। एसएन मेडिकल कॉलेज की जूनोटिक लैब में कई मरीजों में इन बीमारियों की पुष्टि हुई है। ये संक्रमण जानवरों से मनुष्यों में फैलते हैं और बुखार जैसे लक्षणों के साथ आते हैं। विभाग बुखार के मरीजों पर नजर रख रहा है और आवश्यक जांचें करा रहा है।

जागरण संवाददाता, आगरा। खटमल, चूहे, कुत्ते, बिल्ली के मलमूत्र से फैल रहे संक्रमण में तेज बुखार आ रहा है। इसे वायरल समझ कर जांच नहीं कराई जा रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज में पिछले वर्ष शुरू हुई जूनोटिक डायग्नोस्टिक लैब में आठ महीने में 59 मरीजों में स्क्रब टाइफस, ब्रूसिलोसिस, लेप्टोस्पाइराेसिस पुष्टि हो चुकी है।
बुखार के मरीजों पर स्वास्थ्य विभाग नजर रख रहा है, बुखार ठीक ना होने पर डेंगू, मलेरिया के साथ ही स्क्रब टाइफस, ब्रूसिलोसिस, लेप्टोस्पाइराेसिस की भी जांच कराई जा रही है।
शमसाबाद के गांव में 3 स्क्रब टाइफस और दो मरीजों में लेप्टोस्पाइराेसिस की पुष्टि
एसएन मेडिकल कॉलेज में दिसंबर 2024 में प्रदेश की दूसरी जूनोटिक डायग्नोस्टिक लैब स्थापित की गई थी। इसमें आगरा के साथ ही मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी के मरीजों की जांच की जा रही है। इसमें मरीज का खून का नमूना लेकर जांच की जाती है।
44 में से तीन मरीजों में स्क्रब टाइफस और दो मरीजों में लेप्टोस्पाइरा की पुष्टि
वेक्टर बोर्न डिजीज के नोडल अधिकारी डॉक्टर सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि 44 में से तीन मरीजों में स्क्रब टाइफस और दो मरीजों में लेप्टोस्पाइरा की पुष्टि हुई है। सभी मरीज ठीक हैं, शमसाबाद के ही एक और गांव में बुखार के मरीज मिले हैं, इनकी भी जांच कराई जाएगी। डेंगू का संक्रमण भी फैलने का खतरा है बुखार के मरीजों की डेंगू, मलेरिया सहित अन्य जांच कराई जा रही है।
59 मरीजों में हुई बीमारी की पुष्टि
- ब्रूसिलोसिस 33 मरीज
- लेप्टोस्पाइराेसिस 20 मरीज
- स्क्रब टाइफस 6 मरीज
- टोक्सोप्लामोसिस कोई मरीज नहीं
ये हैं लक्षण
वायरल संक्रमण- गले में खराश, सर्दी- जुकाम और बुखार
मलेरिया - एक दिन छोड़कर बुखार आना, बच्चों में ठंड लगकर तेज बुखार आना, हीमोग्लोबिन कम होना
डेंगू- तेज बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, आंखों के आस पास दर्द होना
टाइफाइड- पहले हल्का बुखार, चार से पांच दिन बात तेज बुखार, पेट दर्द, शरीर पर चकत्ते, मांसपेशियों में दर्द
जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारी, लक्षण
- स्क्रब टाइफस - बुखार, शरीर पर दाने और धब्बे, घाव, खेतों में पाए जाने वाले लार्वा माइट्स के काटने से फैलता है
- लेप्टोस्पायरोसिस- बुखार, सिर दर्द, आंखों में संक्रमण, स्वीमिंग पूल में जानवरों के मूत्र से बीमारी फैलती है
- ब्रूसिलोसिस - बुखार, जोड़ों में दर्द, पसीना, संक्रमित जानवरों के छूने, उनके दूध और बने उत्पाद का सेवन करने से
- टोक्सोप्लामोसिस- बुखार, आंखों में दर्द संक्रमित बिल्ली के मल से
घबराएं नहीं, ये करें
- मच्छरों से बचाव करें
- घर के अंदर कूलर, फ्रिज की ट्रे, गमले में पानी ना भरा रहने दें
- दूषित खाद्य पदार्थ और पानी का सेवन ना करें
- तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें
- सरकारी अस्पतालों में निश्शुल्क जांच और इलाज की व्यवस्था की गई है
- खटमल सहित छोटे कीड़े पनपने पर बिस्तर का इस्तेमाल ना करें
- बारिश में नंगे पैर ना घूमें
- धूप में गद्दे, तकिया और बेडशीट सुखाएं
स्वास्थ्य विभाग की टीम रख रही नजर, तेज बुखार के साथ ही गले में दर्द
एसएन की माइक्रोबायोलाजी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर अंकुर गोयल ने बताया कि जानवरों से मनुष्यों में बैक्टीरियल संक्रमण से बीमारी फैलती हैं, बारिश के मौसम और खेत में काम करते समय इन बीमारियों के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। आठ महीने में 59 मरीज मिले हैं।

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