अलीगढ़ कांग्रेस में घमासान, पूर्व जिलाध्यक्षों ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष को भेजे एक-एक करोड़ के मानहानि नोटिस
अलीगढ़ कांग्रेस में विवाद गहरा गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष गिरवर शर्मा और संतोष सिंह ने वर्तमान जिलाध्यक्ष सोमवीर सिंह को मानहानि का नोटिस भेजा है जिसमें एक-एक करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति की मांग की गई है। जिलाध्यक्ष पर अपमानजनक बयान देने का आरोप है। वहीं गिरवर शर्मा के बेटे अमित कुमार ने कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। जिलाध्यक्ष ने अनुशासनहीनता के आरोपों को खारिज किया है।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। कांग्रेस में सृजन अभियान के बीच पार्टी नेताओं में रार थम नहीं रही। अब कारण बताओ नोटिस के जवाब में पूर्व जिलाध्यक्ष गिरवर शर्मा व संतोष सिंह जादौन की ओर से वर्तमान जिलाध्यक्ष सोमवीर सिंह को मानहानि के लिए एक-एक करोड़ रुपये का लीगल नोटिस भेजा है।
आरोप है कि जिलाध्यक्ष ने सार्वजनिक रूप से बयान दिया, जिसमें उन्हें आस्तीन का सांप व अन्य अनर्गल बातें कहीं। यही नहीं, संगठन में जिला कोषाध्यक्ष का दायित्व संभाल रहे गिरवर शर्मा के बेटे अमित कुमार ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिलाध्यक्ष ने दो टूक जवाब दिया कि अनुशासनहीनता के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है।
गिरवर शर्मा व संतोष सिंह ने अपमानजनक बयान देने का लगाया आरोप
पूर्व जिलाध्यक्ष एवं मथुरा महानगर कोआर्डिनेटर संतोष सिंह जादौन ने बताया कि पूर्व विधायक विवेक बंसल के इशारे पर जिलाध्यक्ष ने मुझे और पूर्व जिलाध्यक्ष गिरवर शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किए। साथ ही मीडिया में अपमानजनक बयान जारी किए। इसमें गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हम आस्तीन का सांंप हैं। हम दोनों अपराधिक किस्म के हैं और उनकी हत्या करवा सकते हैं। कांग्रेस में रहकर केवल अपनी पीढ़ियों को मजबूत किया है।
अपमान से व्यथित गिरवर शर्मा के बेटे अमित कुमार ने कोषाध्यक्ष पद छोड़ा
इस बयान से हमारी छवि धूमिल हुई, जिसके लिए दोनों ने जिलाध्यक्ष को एक-एक करोड़ रुपये का कानूनी नोटिस भेजा है। संतोष सिंह ने जिलाध्यक्ष पर संगठन सृजन के नाम पर फर्जी पदाधिकारी बनाने का आरोप लगाया। कहा कि ब्लाक व नगर पंचायतों में अब तक समिति नहीं बन पाई हैं। जिलाध्यक्ष मनमानी करते हुए पार्टी के पुराने नेताओं को अपमानित कर रहे हैं।
वहीं, गिरवर शर्मा के बेटे अमित कुमार ने कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए कहा कि 17 जुलाई को संगठन सृजन कार्यक्रम के दौरान पूर्व विधायक ने सोफा पर बैठे पूर्व जिलाध्यक्ष गिरवर शर्मा व संतोष सिंह को उठाकर हाल से बाहर निकलवा दिया, जिससे दोनों ही वरिष्ठ नेताओं का घोर अपमान हुआ।
गिरवर शर्मा विभिन्न पदों के अलावा 16 वर्षों तक निरंतर जिलाध्यक्ष व वर्तमान में एआईसीसी सदस्य व मथुरा के जिला कोआर्डिनटेर हैं। संतोष सिंह भी अधिवक्ता बार एसोसिएशन व कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसी परिस्थिति में जिलाध्यक्ष के साथ व उनकी कमेटी में काम करना असंभव है।
अनुशासन में नहीं रहते दोनों पूर्व जिलाध्यक्ष: सोमवीर
जिलाध्यक्ष सोमवीर सिंह ने कहा कि दोनों पूर्व जिलाध्यक्ष अनुशासन में नहीं रहते। पूर्व में हंसी-मजाक की बात पर मेरे विरुद्ध मुकदमा तक दर्ज करा चुके हैं। फिर भी पार्टी हित को सर्वोपरि मानते हुए उन्हें प्रत्येक अवसर पर सम्मान दिया। गिरवर शर्मा के बेटे को कोषाध्यक्ष तक बनाया। ऐसे में आस्तीन का सांप न कहूं तो क्या कहूं। इस्तीफा अभी मिला नहीं है, यदि मिलता है तो स्वीकार कर लिया जाएगा। पार्टी का अहित करने वालों के लिए संगठन में कोई जगह नहीं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।