आठ लाख भेज दो... ऑनलाइन गेमिंग में हारने पर एएमयू के छात्र ने रची अपहरण की कहानी
अलीगढ़ में एएमयू के एक छात्र ने ऑनलाइन गेमिंग में पैसे हारने के बाद अपने अपहरण की झूठी कहानी रची। उसने अपने पिता से आठ लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलि ...और पढ़ें

एएमयू।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। तुम्हारे बेटे का अपहरण हो गया है, आठ लाख भेज दो...। वाट्सएप पर अपहृत छात्र का कार में लेटे हुए का फोटो उसके ही मोबाइल से बहन के नंबर पर भेज दिया। यह देख मां-पिता घबरा गए। उन्होंने पुलिस से मदद मांगी। अपहरण की सूचना ने पुलिस के होश उड़ा दिए।
एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने चार टीमों का गठन किया। सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल नंबरों की लोकेशन के आधार पर एक घंटे बाद एएमयू का छात्र बरामद कर लिया गया। मैसेज भेजने वाले उसके दोस्त को भी पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि अपहरण की कहानी झूठी थी। ऑनलाइन गेमिंग में रुपए रुपये हारने पर दोस्त और छात्र ने अपहरण की कहानी गढ़ी थी। स्वजन के कार्रवाई न करने के चलते व दोनों के भविष्य को देखते हुए पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ दिया।
ऑनलाइन गेमिंग में तीन लाख हारने पर गढ़ कहानी, बहन को कराया फिरौती का मैसेज
बन्नादेवी क्षेत्र के बरौला बाइपास स्थित कृष्णा नगर कालोनी का युवक एएमयू में स्नातक का छात्र है। रोरावर क्षेत्र के शिवधाम निवासी उसका दोस्त शहर के एक अन्य कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। मंगलवार की दोपहर एएमयू का छात्र अचानक गायब हो गया। दोपहर दो बजकर 41 मिनट पर छात्र की बहन के वाट्सएप पर मैसेज मिला उसके भाई का अपहरण कर लिया है। आठ लाख रुपये की फिरौती मांगी। ये संदेश उसके दोस्त ने उसके ही मोबाइल से भेजा था। अपहरण दिखाने के लिए कार में लेटे हुए का उसका फोटो भी भेजा। अपहरण की खबर से एसएसपी हैरान रह गए।
एसएसपी ने चार टीमों का किया गठन
एसएसपी ने सीओ कमलेश कुमार की अगुवाई में चार टीमों का गठन किया। पिता से बातचीत में पता चला कि उनका बेटा कुछ देर पहले घर पर ही था। इससे पुलिस समझ गई कि अपहरणकर्ता और अपहृत छात्र कहीं दूर नहीं गए, शहर के आसपास ही होंगे। सबसे पहले कॉलिंग नंबर को ट्रेस करना शुरू किया गया। पुलिस ने सबसे पहले मैसेज करने वाले छात्र के दोस्त को पकड़ा। इसके बाद रोरावर क्षेत्र के गगन पब्लिक स्कूल के पास से छात्र को कार सहित बरामद कर लिया।
पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर दोनों छात्रों को पकड़ा, हिदायत देकर छोड़ा
छात्र ने अपहरण दर्शाने के लिए बीमारी का भी बहाना बताया। पुलिस उसे अस्पताल ले गई। छात्र ने ये भी बताया कि एक कार सवार बदमाशों ने उसका अपहरण किया था। कुछ सुंघाकर कार में खींचने ले गए। उनके बताए गए समय और घटना स्थलों पर हुए घटनाक्रमों को सीसीटीवी फुटेज के जरिए दिखाया तो ऐसा कुछ सामने ही नहीं आया। उनके झूठ कहानी अधिक समय तक टिक नहीं सकी। छात्र ने पुलिस को बताया कि उसका दोस्त आनलाइन गेमिंग में एक लाख से अधिक रुपये हार गया था। दोस्त के कहने पर ही अपहरण की कहानी गढ़ी थी।
पिता हुए थे सेवानिवृत्त, रुपये होने की थी जानकारी
पुलिस जांच में पता चला कि छात्र के पिता कुछ माह पहले ही सेवानिवृत्त हुए हैं। छात्र को पता था कि घर वालों के पास रुपये हैं। इस लिए उसने अपहरण की कहानी रच दी।
रुपये न देने पर क्यूआरकोड देकर मांगे 50 हजार
अपहरण की कहानी झूठी है, पुलिस यह वाट्सएप पर आ रहे मैसेज देखकर ही भांप गई थी। रुपये न मिलने पर छात्र के दोस्त ने क्यूआरकोड भी वाट्सएप किया। जिस पर 50 हजार रुपये ही देने तक बात कही।
छात्र का दोस्त ऑनलाइन गेमिंग में एक लाख रुपये हार गया था। उस पर दोस्तों का कर्जा हो गया था। उससे चुकाने के लिए उसने एएमयू के छात्र से मिलकर अपहरण की झूठी कहानी रची। दोनों चाहते थे कि दो-चार लाख भी मिल जाएंगे तो काम हो जाएगा। छात्रों ने कार भी चार घंटे के लिए किराए पर ली।दोनों के भविष्य को देखते हुए हिदायत देकर छोड़ दिया। स्वजन भी यही चाहते थे। कमलेश कुमार, सीओ बन्नादेवी

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