यूपी के इस जिले में आई निवेशकों की बाढ़, UPGIS के लिए 56 इन्वेस्टर्स ने साइन किए 4360 करोड़ के MOU
उत्तर प्रदेश के एक जिले में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (UPGIS) के लिए 56 निवेशकों ने 4360 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस निवेश से जिले में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। निवेशकों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है।

मनोज जादौन, अलीगढ़। जेवर एयरपोर्ट, यमुना एक्सप्रेसवे और डिफेंस कारिडोर की निकटता से अलीगढ़ की किस्मत बदल रही है। जिले में निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ रही है। यही वजह है कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी-5) की तैयारियों में जुटे अधिकारियों को इस बार बड़े निवेश की उम्मीद है।
दिसंबर के आखिरी सप्ताह में लखनऊ में होने वाली यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए अलीगढ़ को 11 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य मिला है। अब तक 56 निवेशकों ने 4360 करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं। इनमें पर्यटन क्षेत्र में 10 निवेशकों के 242 करोड़ व हाउसिंग परियोजनाओं में 487 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं। प्रशासन को लक्ष्य से भी अधिक निवेश का भरोसा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था जुटाने के लिए निवेशक व उद्योगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी में वन ट्रिलियन डालर निवेश का लक्ष्य पूरा करने में जुटे हैं। इस बार एमएसएमई व उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए जीबीसी के उद्घाटन में कई योजनाओं को लांच करने जा रहे हैं। शासन व प्रशासन के बीच की कड़ी को मजबूत करने के लिए योगी सरकार ने उद्यमी मित्र पद सृजित कर तैनाती की है। यहां उद्योग मित्र राजकुमार को यह दायित्व मिला है। वह जीबीसी में निवेश करने के लिए उद्यमियों की काउंसलिंग भी कर रहे हैं।
पर्यटन में किया 242 करोड़ रुपये का निवेश
समिट के लिए अब तक एमओयू साइन करने वालों में से 10 निवेशकों ने 242 करोड़ रुपये का निवेश पर्यटन में किया है। इनमें मैरिज होम, रिसार्ट और होटल प्रस्तावित हैं। इसमें राधा वन रिसार्ट के मालिक ने नए रिसार्ट कारावन ओसिस के लिए 48 करोड़ रुपये का एमओयू साइन किया है। हार्टिकल्चर विभाग 231 करोड़ रुपये, हाउसिंग परियोजनाओं के लिए 487 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव आए हैं।
इसमें अकेले रसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने तीन सौ करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया है। इसमें जमीन की लागत अलग है। रसिक ग्रुप के चेयरमैन राजेश मित्तल ने बताया कि निवेश को लेकर अलीगढ़ विकास प्राधिकरण की बैठक 10 नवंबर को होनी है। 20 नवंबर को छह विभागों की कलक्ट्रेट सभागार में बैठक डीएम संजीव रंजन लेंगे। इसमें हार्टिकल्चर, एमएसएमई, पर्यटन, एडीए, यूपीएसआइडीसी व कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए गए लक्ष्य की समीक्षा होनी है।
बाहरी निवेशक डिफेंस में कर रहे निवेश
डिफेंस इंडस्ट्रीज कारिडोर में निवेश के लिए दूसरे शहरों के निवेशक उत्साहित हैं। अब तक दो बड़े निवेशकों ने एमओयू साइन किए हैं। इनमें शिव शक्ति इंडस्ट्रीज 250 करोड़ रुपये, स्पेशकेम इंजीनियरिंग 330 करोड़ रुपये व आइकन हिंदुस्तान एरो स्पेश एंड डिफेंस 101 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
जीबीसी-5 की तैयारियां की जा रही हैं। जो उद्यमी निवेश करना चाहते हैं और विभाग की शर्त व नियमों पर खरा उतरते हैं, उन्हें सरकारी औद्योगिक क्षेत्र में अति रियाती दरों पर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। इनमें औद्योगिक क्षेत्र ख्यामई, पीपीपी मॉडल पर जीटी रोड पर तैयार प्लेज पार्क में प्लाट आवंटित किए जाएंगे। इसके साथ ही निजी औद्योगिक स्थान भी हैं।
बीरेन्द्र कुमार, उपायुक्त, उद्योग
प्रदेश में बेहतर औद्योगिक वातावरण है। एनसीआर व अन्य राज्यों के उद्यमियों के लिए अलीगढ़ में उद्योग की संभावनाएं हैं। विदेशी निवेशक भी यहां अवसर तलाश रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट से सफर सुगम होगा।
धनजीत वाड्रा, अध्यक्ष, एफआइएमग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शहर की कई परियोजनाओं का लोकापर्ण होगा। उद्यमियों ने एमएसएमई, टूरिज्म, हार्टिकल्चर व अन्य क्षेत्र में निवेश के लिए एमओयू साइन किए हैं। भविष्य में 50 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा।
योगेश गोस्वामी, अध्यक्ष, लघु उद्योग भारती, अलीगढ़

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