Aligarh News : मतदाता सूची में खामियों की भरमार, हजारों लोगों के नाम गायब
एलमपुर के अलावा नगर निगम क्षेत्र में ऐसे ही दर्जनों अन्य वार्ड भी हैं जिनकी मतदाता सूची में खामियों की भरमार है। पूरे मोहल्ले व कालोनियां ही गायब हैं। सूची के लिए क्षेत्र निर्धारण में भी बड़ी लापरवाही हुई है। एक ही परिवार के अलग-अलग बूथ हो गए हैं।

अलीगढ़, सुरजीत पुंढीर। नगर निगम क्षेत्र में एलमपुर के नाम से पहली बार वार्ड नंबर 32 का गठन हुआ है। इसमें सारसौल व बीमा नगर को भी आंशिक रूप से शामिल किया गया है, लेकिन इस वार्ड की अनंतिम मतदाता सूची voter list से इसी क्षेत्र के भाईजी नगर, राधाजीपुरम, वैशाली पुरम, चंद्र लोक कालोनी समेत अन्य कई मोहल्ले व कालोनी के हजारों लोगों के नाम गायब हैं। यह लोग आगामी निकाय चुनाव में अपने मताधिकार से वंचित रह सकते हैं। बीएलओ भी इनका कोई समाधान नहीं कर पा रहे हैं।
दूसरे वार्डों का भी यही हाल
एलमपुर के अलावा नगर निगम क्षेत्र में ऐसे ही दर्जनों अन्य वार्ड भी हैं, जिनकी मतदाता सूची में खामियों की भरमार है। पूरे मोहल्ले व कालोनियां ही गायब हैं। सूची के लिए क्षेत्र निर्धारण में भी बड़ी लापरवाही हुई है। एक ही परिवार के अलग-अलग बूथ हो गए हैं। 2017 के निकाय चुनाव में भी इसी तरह की लापरवाही से हजारों लोग वोट डालने से वंचित रह गए थे। प्रशासन की खूब किरकिरी हुई थी। समय रहते सुधार नहीं हुआ तो इस बार भी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
इन इलाकोंं से मतदाताओं के नाम voter list से गायब
निकाय चुनाव दिसंबर में होने हैं। नगर निगम की सीमा का विस्तार हो गया है। 20 वार्ड नए बन गए हैं। इसके चलते अब 90 वार्ड में चुनाव होना है। 31 अक्टूबर को प्रशासन ने चुनाव के लिए अनंतिम सूची जारी कर दी है, लेकिन इसमें बड़े स्तर पर खामियां सामने आ रही हैं। कहीं मतदाताओं के नाम गायब हैं तो कहीं पर बूथ बदल गया है। क्षेत्र निर्धारण से तमाम कालोनियां भी दूर के बूथों पर पहुंच गई हैं। क्वार्सी, स्वर्ण जयंती नगर, नौरंगाबाद, कुंवर नगर, जमालपुर, ऊपरकोट, धनीपुर, सिंधौली समेत अन्य क्षेत्रों के तमाम लोगों के नाम सूची से गायब हैं। नगर पालिका व नगर पंचायतों में भी यही दिक्कतें हैं।
राजनीतिक दलों ने की थी आपत्ति
2017 के चुनाव के समय हजारों लोगों के मतदान केंद्र बदल दिए गए थे। मतदान के दिन मतदाता अपना बूथ ही नहीं खोज पाए थे। बड़े स्तर पर लोगों के नाम भी गायब थे। भाजपा समेत सभी राजनीतिक दलों ने इस पर कड़ी आपत्ति की थी, लेकिन जैसे-तैसे अफसरों ने समझा-बुझाकर चुनाव कराया था।
अब सभी के वोट बनना मुश्किल
वोट से वंचित लोगों के लिए सात नवंबर तक मतदाता बनने का अंतिम समय है। इसके लिए बीएलओ को आवेदन देना होगा। नगर निगम परिसर में भी एक काउंटर बना दिया है। यहां भी आवेदन हो सकता है। इसके अलावा आयोग की वेबसाइट http://sec.up.nic.in पर चार नवंबर तक ही आनलाइन आवेदन किया जा सकता है। पर, इतने कम समय में सभी छूटे मतदाताओं के वोट बनना मुश्किल है।
सात नवंबर तक दर्ज कराएं आपत्ति
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक सात नवंबर तक अनंतिम मतदाता सूची voter list पर आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। मतदाता सूची नगर निगम, नगर पंचायत कार्यालयों और कार्यालय निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालयों में देखी जा सकती है। अगर किसी को अपना नाम शामिल करना है या किसी तरह का संशोधन कराना है तो संबंधित मतदान केद्रों पर बीएलओ के सामने भी आवेदन कर सकते हैं। आठ से 12 नवंबर तक दावे और आपत्तियों का निस्तारण होगा। 14 से 17 नवंबर तक पूरक सूची बनेगी। 18 नवंबर को अंतिम प्रकाशन होगा।
यह है मतदाताओं की स्थिति
- क्षेत्र,2017,2022
- नगर निगम,611346,738785
- खैर, 28556 , 32438
- अतरौली, 44670, 46159
- छर्रा, 18323, 18656
- बेसवां, 4636, 4995
- इगलास, 11590,13492
- जट्टारी, 13200, 13755
- कौड़ियागंज, 9983,10327
- जलाली, 15421,18656
- पिलखना,8578, 8439
- विजयगढ़, 5703, 6199
- हरदुआगंज, 11420, 12255
नवसृजित पंचायतों में इस तरह हैं मतदाता
निकाय, मतदाता
- टप्पल, 1981
- गभाना, 11422
- चंडौस, 9337
- पिसावा, 11426,
- मडराक, 13837,
- जवां, 13275
- बरौली, 13380
मतदाता सूची में बड़े स्तर पर खामियां हुई हैं। पूरे के पूरे मोहल्लों के नाम गायब हैं। प्रशासन ने पिछली बार भी इसी तरह की लापरवाही की थी। इसकी वजह से तमाम लोग अपने वोट के अधिकार से वंचित रह गए थे।
- राहुल तिवारी, सारसौल
वार्ड नंबर 32 की मतदाता सूची में पूरे के पूरे क्षेत्र गायब हैं। अगर इसी सूची पर चुनाव हुआ तो हजारों मतदाता वोट नहीं डाल पाएंगे। प्रशासन को मतदाता सूची में संशोधन करना चाहिए। इस बार सूची में बहुत खामियां हैं।
- शंकर प्रधान, सारसौल
पहली बार निकाय चुनाव में लोगों को वोट डालने का मौका मिला है, लेकिन अब सूची में नाम ही नहीं हैं। हजारों लोग के वोट ही नहीं बने हैं। बीएलओ ने जमीन पर काम नहीं किया है। अब भी बीएलओ नहीं मिल रहे हैं।
- धर्मेंद्र कुमार, एलमपुर
हजारों लोग इस बार मतदाता बनने से वंचित रह गए हैं। अब इतने कम समय में सभी लोगों का मतदाता बनना मुश्किल है। प्रशासन को शुरुआत से ही मतदाता सूची पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इसे तैयार करने में लापरवाही हुई है।
- गंगा शरण, एलमपुर

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।