Aligarh News: कल्याण सिंह ने विरासत और विकास को UP में साथ-साथ चलाया, अलीगढ़ में गरजे योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ में कल्याण सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रीयता के संस्कार प्राप्त किए और अपना जीवन भारत के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने विकास और विरासत को साथ लेकर चलने का उदाहरण प्रस्तुत किया। योगी ने कहा कि कल्याण सिंह ने राम जन्मभूमि के लिए अपनी सरकार का बलिदान दिया।

जागरण संवादाता, अलीगढ़। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भारत माता और वृंदावन बिहारी लाल की जय के साथ भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह ने इसी अलीगढ़ जनपद के एक छोटे से गांव में एक सामान्य किसान परिवार में जन्म लिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से बचपन में राष्ट्रीयता के संस्कार प्राप्त किए।
एक शिक्षक के रूप में, भारतीय जनता पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में अपने आप को भारत की राष्ट्रीयता के लिए समर्पित किया। और आज जिस भी क्षेत्र में बाबूजी को कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, उन्होंने अपने आदर्शों की एक छाप छोड़ी। 1977 में स्वास्थ्य मंत्री के रूप काम किया।
कैसे चली विकास और विरासत की यात्रा
1990 में उत्तर प्रदेश की बिगड़ी हुई हालात में, उत्तर प्रदेश के अंदर कानून का राज कैसे होना चाहिए और सुशासन के लक्ष्य को कैसे प्राप्त किया जाना चाहिए। लेकिन विरासत और विकास की यात्रा कैसे साथ-साथ चल सकती है, अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान सरदार बाबूजी ने उत्तर प्रदेश में करके दिखाया।
जब उनकी चुनी हुई सरकार को अलोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस ने भंग करने का काम किया था। राम जन्मभूमि के लिए उन्होंने क्षण भर की भी देरी नहीं की और अपने पद को छोड़ करके उन्होंने इस बारे में कहा था कि हां, अयोध्या में विवादित ढांचे के गिरने की जिम्मेदारी मैं ले रहा हूं। किसी राम भक्त का कोई बाल-बांका नहीं होना चाहिए।
श्रीराम जन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग किया प्रशस्त
जब श्रेय लेने की होड़ हो और जब मामला बिगड़ता है तो दूसरों के ऊपर डालने की एक स्थिति देखने को मिलती हो, उन स्थितियों में बाबूजी ने सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेकर के गुलामी के ढांचे को उसकी जो गति होनी थी, उसको दुर्गति तक पहुंचा करके श्रीराम जन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है।
विकास के लिए, सुशासन के लिए, समृद्धि के लिए, सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, उनके मार्गदर्शन में जो कुछ भी हम कर पाए हैं, उसकी आधारशिला कल्याण सिंह द्वारा अपने शासनकाल में रखी गई थी। उसी आधारशिला पर आज डबल इंजन की सरकार कार्य करते हुए उन आदर्शों को अंगीकार करते हुए आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। बुलंदशहर बाबूजी का कभी क्षेत्र रहा।
बाबूजी के नाम पर बना मेडिकल कॉलेज
वहां पर प्रधानमंत्री मोदी जी की प्रेरणा से बने हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज का नामकरण बाबूजी के नाम पर किया गया। प्रदेश के सुपर स्पेशलिटी कैंसर हास्पिटल का नामकरण बाबूजी के ही नाम पर लखनऊ में किया गया। उनकी भव्य प्रतिमा की भी स्थापना वहां पर की गई।
जो लोग आज पीडीए के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं, ये वही लोग हैं, जिनकी जब सरकार हुआ करती थी, दंगे होते थे, गुंडे और माफिया प्रदेश में तांडव मचाते थे और हर पर्व और त्योहार के पहले उन पर्व और त्योहारों पर कोई ग्रहण सा लग जाता था।
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