Amethi News: अमान्य स्कूलों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई के दिया गया था निर्देश, इन शर्तों का हो रहा उल्लंघन
अमेठी में बेसिक शिक्षा निदेशक के आदेश के बावजूद अवैध विद्यालयों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। विकासखंड में 11 विद्यालय अवैध पाए गए लेकिन नगर पंचायत के विद्यालय शामिल नहीं थे। खंड शिक्षा अधिकारी ने एसडीएम से सहयोग मांगा है। एक निजी स्कूल को मानक विहीन रिपोर्ट के बावजूद मान्यता दी गई और कई विद्यालयों में नियमों का उल्लंघन हो रहा है।

संवाद सूत्र, मुसाफिरखाना (अमेठी)। बेसिक शिक्षा निदेशक द्वारा अमान्य विद्यालयों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। एक महीने का समय बीत चुका है, लेकिन विभाग द्वारा विद्यालयों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।
26 जुलाई को निदेशक बेसिक शिक्षा ने अमान्य विद्यालयों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके तहत विकासखंड में एक मदरसा सहित 11 विद्यालयों को अमान्य चिन्हित किया गया था। जिसमें नगर पंचायत में संचालित हो रहे विद्यालयों को शामिल नहीं किया गया है, इसके पीछे क्या वजह थी जिम्मेदार अधिकारी बता नहीं सके।
सूचीबद्ध अमान्य विद्यालयों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए खंड शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार सिंह ने चार अगस्त को एसडीएम अभिनव कनौजिया को पत्र भेजकर कार्रवाई करने के लिए अपेक्षित सहयोग मांगा था।
विभागीय सूत्रों की माने तो बेसिक शिक्षा द्वारा दी गई एक निजी स्कूल सेंट जेवियर्स को बीइओ की मानक विहीन होने की रिपोर्ट के बावजूद कक्षा आइ तक की मान्यता दे दी गई। इतना ही नहीं मान्यता में संचालित होने का स्थान वार्ड नंबर 18 दर्शाया गया, जबकि नगर पंचायत मात्र 10 वार्ड ही हैं।
वहीं, एक मान्यता पर एक ही नाम से दो स्कूलों का संचालन, आठवीं की मान्यता लेकर इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं संचालित करना व एनसीआरटी की किताबों का न पढ़ाया जाना मान्यता की शर्तों का खुला उल्लघंन है।
की जा रही है खानापूर्ति
अमान्य विद्यालयों के विरुद्ध बीते कई वर्षों से कार्रवाई के नाम पर ऐसे विद्यालयों को नोटिस थमाकर खानापूर्ति की कार्रवाई कर दी जाती है। ऐसे ही अभियान कागजों ने चलाकर कार्रवाई की इतिश्री करने की तैयारी है।
एसडीएम के प्रशासनिक व्यस्तता के कारण अभियान की शुरुआत नहीं हो सकी है। जल्द ही अभियान की शुरूआत की जाएगी। -सतीश कुमार सिंह, बीईओ।
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