Amethi News: बरसात से बढ़ रहा है डेंगू का खतरा, लार्वा को रोकने के लिए तालाबों में फेंका जा रहा जला मोबिल
अमेठी में बारिश के बाद जमा पानी से डेंगू का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इससे निपटने के लिए अनूठी पहल की है। कर्मचारी जले हुए मोबिल ऑयल में डूबे कपड़े के गोले तालाबों में फेंक रहे हैं जिससे लार्वा नष्ट हो जाएंगे। लोगों से घरों के आसपास जमा पानी में तेल डालने की अपील की गई है।

जागरण संवाददाता, अमेठी। बारिश के बाद गांव से लेकर शहर तक आबादी के बीच व आसपास पानी जमा हो गया है। साफ पानी का जमाव होने से उनमें डेंगू के लार्वा पनपने की संभावना रहती है। डेंगू के लार्वा को पनपने से रोकने के लिए स्वास्थ्य महकमा ने नया तरीका खोज निकाला है। कपड़े का गोला बना उसे जला मोबिल में भिगो कर तालाब व पोखरों में फेंक रहे हैं।
इससे जला मोबिल तालाब में फैल जाएगा और पानी की ऊपरी सतह में परत बनने से लार्वा आक्सीजन नहीं ले सकेगा। इससे डेंगू पर अंकुश लगेगा। साथ ही गांव की नालियों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव हो रहा है।
स्थिति हो सकती है गंभीर
डेंगू मच्छर के काटने से व्यक्ति का स्वास्थ्य तेजी से खराब होता है। समय पर उपचार न मिल पाने से स्थिति गंभीर हो जाती है। हालांकि समय पर डेंगू से संक्रमित होने की जानकारी मिल जाने पर सरकारी अस्पताल में इलाज की सुविधा मिल जाती है।
बीते दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे खेत, तालाब, पोखरा में बारिश का पानी जमा हो गया है। डेंगू का लार्वा साफ पानी में ही जमा होता है। इससे खेत, तालाब व पोखरा में जमा पानी में डेंगू का लार्वा पनपने की संभावना अधिक रहती है।
इन परिस्थितियों पर अंकुश लगाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अंशुमान सिंह के निर्देश पर मलेरिया विभाग के कर्मचारी कपड़ा का गोला बनाकर उसे जला मोबिल में भिगो रहे हैं। इसके बाद तालाब, पोखरा व खेत में फेंका जा रहा है।
सीएमओ ने बताया कि जिन लोगों के घरों के आसपास पानी जमा है, वह लोग जला मोबिल जरूर डाल दे। इससे डेंगू से संक्रमित नहीं होंगे। जिला पंचायत राज अधिकारी से समन्वय बना कर गांव की नालियों में दवा का छिड़काव भी कराया जा रहा है।
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