शर्मिंदा हूं, मैं बेटे से नजर नहीं मिला सका...कारोबार में नुकसान और कर्ज में डूबे बाप ने लगाया मौत को गले
अमरोहा में राहिल नामक एक व्यक्ति ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। वह अपने परिवार का सहारा था लेकिन ब्याज के जाल में फंस गया था। मरने से पहले उसने एक वीडियो संदेश में अपना दर्द व्यक्त किया और माफी मांगी। उसने अपने बेटे और पत्नी का भी जिक्र किया जिन्होंने हमेशा उसका साथ दिया। उसकी मौत से परिवार में शोक की लहर है।

जागरण संवाददाता, अमरोहा । वो पिता था इकलौते बेटे का। पत्नी की उम्मीद था। मां-बाप का बड़ा और लाडला बेटा व भाइयों की हिम्मत था। कारोबार को बेहतर करने के लिए ब्याज के ऐसे दलदल में फंसा कि फिर निकल न सका। हालांकि राहिल हालात से लड़ना चाहता था, लेकिन गुरबत में उसका साथ किसी ने नहीं दिया।
न ही कोई उसे समझ सका। जाते-जाते वह वीडियो संदेश के माध्यम से सभी से माफी भी मांग गया। इकलौते बेटे का जिक्र करते हुए भावुक हुआ तथा स्वजन को संदेश दिया कि अब मेरे बेटे को मेरी जगह समझना।
वीडियो में दर्द किया बयां
राहिल की 13 मिनट 55 सेकेंड की वीडियो में मानों उसने सारी जिंदगी का दर्द बयां कर दिया है। कारोबार की शुरुआत से लेकर नुकसान के चलते कर्ज में डूबने तथा स्वजन की मदद तक का जिक्र किया है सात साल के इकलौते बेटे वली उस्मानी का जिक्र करते हुए राहिल फफक पड़ा था। कहा कि बेटे के बार-बार पूछने पर मैं उससे नजर नहीं मिला सका, शर्मिंदा हूं। आत्महत्या करने से पहले उसे समझा कर दूसरे घर भेज दिया था।
बार-बार पूछ रहा था बेटा
बेटा बार-बार पूछ रहा था कि पापा आपका काम नहीं चला अभी। क्या जवाब देता। पत्नी अकलीमा परवीन हर पल साथ दे रही थी। हर हालात में राहिल के साथ थी। परंतु ब्याज के भंवर में फंसे राहिल को कुछ नहीं सूझा। वीडियो के माध्यम से स्वजन को संदेश भी दिया। कहा कि मेरे घरवालों ने मेरा हर परेशानी में साथ दिया।
मास्टर साहब (भाई) ने जितना उम्मीद से अधिक मेरी मदद की। उनके चेक भी सतवंत को दिए थे। जिन्हें लेकर वह धमकी देता था। उधर, जवान बेटे की मौत से स्वजन बदहवास हैं। रो-रोकर उनका बुरा हाल है। पत्नी व बेटा राहिल को याद कर सुबक रहे हैं। रिश्तेदार व परिचित उन्हें ढांढस बंधाने में लगे रहे।
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