Amroha News: बगुला मरा, कबूतर बीमार... बर्ड फ्लू की आशंका से पशुपालन विभाग में हड़कंप! एडवायजरी जारी
कबूतरों के बीमार मिलने और हाकमपुर में बगुला मृत मिलने की खबर शासन तक पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने पशु चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की। टीम ने उझारी में 24 कबूतरों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। पशु चिकित्सकों ने मृत बगुले का पोस्टमार्टम किया।

जागरण संवाददाता, हसनपुर/अमरोहा। तहसील क्षेत्र की नगर पंचायत उझारी में कबूतर के बीमार मिलने और हाकमपुर गांव में बगुला मृत पाए जाने की खबर दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित होने का मामला शासन तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले में संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आभादत्त के नेतृत्व में टीम गठित की है। टीम ने उझारी पहुंचकर मुहल्ला कायस्थान निवासी कपिल भटनागर, मदरसा मस्जिद निवासी गुड्डू और कदीम कबूतर पालको के यहां 24 कबूतरों के सैंपल लेकर जांच के लिए इज्जत नगर बरेली प्रयोगशाला भेजे हैं।
सीवीओ के नेतृत्व में पहुंची टीम, तीन जगह से 24 कबूतरों के सैंपल जांच को भेजे
उधर उझारी के एक आम के बाग में मृत पड़े मिले बगुले का पशु चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम भी किया है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर आभादत्त ने बताया कि पक्षियों में बर्ड फ्लू जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। लोगों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। एक- दो पक्षी के मरने से बर्ड फ्लू नहीं कहा जा सकता।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया, कि बड़े तादाद में एक साथ यदि मुर्गियां अथवा अन्य पक्षियों की मृत्यु होती है तब बर्ड फ्लू की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि जितने पक्षियों की जांच की गई है वह सभी स्वस्थ पाए गए हैं। 24 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
पशु पालन विभाग अलर्ट, एडवाइजरी जारी
रामपुर में मुर्गियों में बर्ड फ्लू फैलने के बाद जिले में पशु पालन विभाग अलर्ट है। उसने बीमारी से मुर्गियों को बचाने के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। मुर्गी फॉर्म हाउस में बाहरी लोगों के दाखिल होने से पहले पूरी तरह सैनिटाइज करने व कर्मचारियों को दस्ताने व मास्क का प्रयोग करने और फार्म हाउस में साफ-सफाई रखने के लिए चेताया है। ब्लॉक वार रैपिड रेस्पांस टीम गठित की हैं।
इस तरह फैल सकता है बर्ड फ्लू
- संक्रमित पक्षियों के मल, लार, नाक के स्त्राव तथा दूषित जल या चारे के माध्यम से बर्ड फ्लू फैल सकता है।
- संक्रमित पक्षियों के साथ सीधे संपर्क से फैल सकता है। चाहें वे जंगली हो या फिर पालतू।
- बीमार या मृत पक्षियों को संभालना, मुर्गी फार्महाउस की सफाई करने से भी फैल सकता है।
- अधपके मुर्गे या अंडे का सेवन करने से भी फैल सकता है।
ये हैं बर्ड फ्लू के लक्षण
तेज बुखार लगातार खांसी व गला खराब होना, बहती या बंद नाक होना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द थकान और कमजोरी होना।
बचाव
- बीमार या मृत पक्षियों को न छुएं। जब तक आवश्यक न हो, जीवित पक्षियों के बाजार व मुर्गी फॉर्म हाउस में जाने से बचें।
- मुर्गी फॉर्म हाउस में काम करने के दौरान दस्ताने व मास्क का उपयोग करें।
- मुर्गी फॉर्म पर जाने के बाद बार-बार साबुन व पानी से हाथ धोएं।
- पक्षियों या मुर्गे को छूने के बाद अपने चेहरे, आंख, नाक या मुंह को न छुएं।
- मुर्गी फॉर्म हाउस व अंडे का सेवन सुरक्षित तरीके से करें।
- बर्ड फ्लू वायरस को मारने के लिए चिकन को कम से कम 75 डिग्री सेल्सियस के आंतरिक तापमान पर पकाएं।
- कच्चे या आधे उबले अंडे खाने से बचें।
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