Amroha: तिगरी व ब्रजघाट में गंगा के तट पर अठखेलियां कर रहे विदेशी परिंदे, साइबेरियन पक्षी बने आकर्षण का केंद्र
इन दिनों ब्रजघाट व तिगरी गंगा में विदेशी मेहमान पक्षियों का बसेरा है। साइबेरिया की ठंडी जलवायु से बचने के लिए वहां के पक्षी हर वर्ष नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में ही घाटों पर दिखाई देने लगते हैं। इन्हें मैदानी भाग की जलवायु काफी पसंद है।

अमरोहा, जागरण संवाददाता। सर्दियों का सीजन शुरू होते ही ब्रजघाट व तिगरीधाम स्थित गंगा पर विदेशी मेहमानों का बसेरा शुरू होने लगा है। यहां पर साइबेरियन पक्षियों की अठखेलियाें से माहौल आलौकिक लग रहा है। स्नान को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में एक अलग ही उत्साह है। जो, इन पक्षियों की अठखेलियों को नजदीक से देखने की उत्सुकता में रहते हैं।
हर साल नवंबर में आते हैं विदेश मेहमान
इन दिनों ब्रजघाट व तिगरी गंगा में विदेशी मेहमान पक्षियों का बसेरा है। साइबेरिया की ठंडी जलवायु से बचने के लिए वहां के पक्षी हर वर्ष नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में ही घाटों पर दिखाई देने लगते हैं। इन्हें मैदानी भाग की जलवायु काफी पसंद है। यही कारण है कि यह कई किमी तक गंगा के किनारे को अपना बसेरा बनाए हुए हैं। दूर देश से आए इन मेहमान पक्षियों की खातिरदारी में यहां के नागरिक कोई कोर कसर नहीं छोड़ते। सुबह सूर्य की पहली किरण के साथ पेड़-पौधों के झुरमुटों से निकल कर आए पक्षी घाटों पर अठखेलियां करने लगते हैं। गंगा की लहरों पर विचरण करते पक्षी दर्शकों को खूब लुभाते हैं।
विदेशी पक्षियों को कैमरे में कैद कर रहे लोग
गंगा घाट पर नियमित स्नान करने वाले स्त्री पुरुष अपने घर से लाई, नमकीन, सेव, कचरी एवं अन्य खाद्य पदार्थ आवाज देकर गंगा की लहरों में जब डालते हैं तो मेहमान पक्षियों का झुंड का झुंड गंगा की लहरों से इन्हें चुगता है। इस दृश्य को कैमरे में कैद करने वाले लोग भी इन पक्षियों को दाना डालते रहते हैं। श्रद्धालुओं में उन्हीं पास से देखने की पूरी उत्सुकता रहती है। वन विभाग भी इन पक्षियों की निगरानी करता है।
वन विभाग भी कर रहा गश्त
वन दारोगा राकेश कुमार ने कहा कि इनदिनों में भारी मात्रा में साइबेरियन पक्षी गंगा किनारे पर पहुंचते हैं। वह गंगा में ही अठखेलियां करते हुए मिलते हैं। वन विभाग इन पक्षियों की देखरेख के लिए गंगा के किनारे पर गश्त भी करता है। बताते हैं कि साइबेरियन पक्षियों के लिए इन दिनों का वातावरण काफी बेहतर होता है।

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