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    Ganga River Flood: गंगा में फिर बढ़ा बाढ़ का पानी, मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 07:38 PM (IST)

    गंगा खादर क्षेत्र में बाढ़ का पानी बढ़ने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। पिछले कई दिनों से बाढ़ झेल रहे लोग अब थक चुके हैं। खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो रही हैं जिससे मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है। प्रशासन राहत सामग्री बांट रहा है पर लोगों को परेशानी हो रही है। गंगा का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है।

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    गंगा में फिर बढ़ा बाढ़ का पानी, मजदूरों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट

    संवाद सूत्र, कैसरा/मंडी धनौरा। गंगा खादर क्षेत्र के गांवों में एक बार फिर बाढ़ का पानी बढ़ने लगा है। जिससे ग्रामीणों की चिंता गहरा गई है। पिछले 25 दिनों से बाढ़ की विभीषिका झेल रहे ग्रामीण अब थक चुके हैं लेकिन, राहत की उम्मीद दूर दिखाई दे रही है। लगातार जलभराव से खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो रही हैं। वहीं मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। काम न मिलने के कारण परिवार का पालन-पोषण करना उनके लिए बड़ी चुनौती बन गया है।

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    गंगा खादर क्षेत्र में बाढ़ आई हुई है। सोमवार को एक बार फिर बाढ़ प्रभावित ग्राम बिसावली, देववाली, कुइवाली, रसूलपुर भांवर, रानी बसतौरा आदि ग्रामों में बाढ़ का पानी बढ़ना शुरू हो गया। बाढ़ से दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। पीने के पानी व राशन के लिए परेशान हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से राहत व मुआवजे की मांग की है। ऐसे में गांव में रहने वाले मजदूरों को मजदूरी भी नहीं मिल पा रही है। बाढ़ से पूर्व मजदूर आसपास ग्रामों में करीब पांच सौ से चार सौ रुपये रोज तक की मजदूरी कर लिया करते थे। मगर पिछले करीब 25 दिन से कोई भी कार्य नहीं मिल पा रहा। जिसके चलते उनके समक्ष आर्थिक संकट गहरा रहा है।

    शेरपुर के जयमल ने बताया क‍ि पिछले कई दिनों से कोई काम नहीं मिल रहा। घर में बच्चों के लिए राशन तक की दिक्कत खड़ी हो गई है। अब समझ नहीं आ रहा कि गुजर-बसर कैसे होगी। बाढ़ से हमारी फसल बर्बाद हो गई। मजदूरी बंद है। ऊपर से कर्ज का बोझ भी बढ़ गया है।

    सुरेश चंद ने बताया क‍ि बाढ़ से हमारी फसल बर्बाद हो गई। बाढ़ से पहले रोजाना 400 से 500 तक की मजदूरी हो जाती थी। रोजी-रोटी का भी संकट गहरा रहा है। इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

    प्रशासन बाढ़ प्रभावित ग्रामों में राहत सामग्रियों का वितरण कर रहा है। जनप्रतिनिधि भी कई ग्रामों में खाद्य सामग्री का वितरण कर चुके हैं। प्रशासन भी लगातार लोगों की मजबूरियों पर निगाह रखे हुए हैं। हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।- विभा श्रीवास्तव उप जिलाधिकारी

    पांच सेमी बढ़ा जलस्तर, 1.67 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज

    गजरौला: तिगरी स्थित गंगा के जलस्तर में पांच सेमी की बढ़ोतरी हुई है। रविवार को गंगा का गेज 200.60 से 200.65 मीटर पर पहुंच गया है। जबकि बिजनौर बैराज से 1.67 लाख क्यूसेक से अधिक पानी डिस्चार्ज छोड़ा गया है। उधर, गंगा किनारे के गांव मंदिर वाली भुड्डी, शीशो वाली, दारानगर, अलीनगर, चकनवाला ऐतवाली, सुल्तानपुर, ओसिता जगदेपुर, कांकाठेर, तिगरी, रसूलपुर भंवर, रसूलपुर एहतमाली, देवीपुर उर्फ मोहसनपुर, पपसरी खादर, मुकरामपुर, शाहजहांपुर छात, रमपुर खादर, चांदरा फार्म, रानी बसतौरा, बिसाबली, कुई वाली, देव वाली, पट्टी खादर, झुंडपुरा व हसनपुर तहसील के गांव सिरसा गुर्जर की मढैया, सतैडा की मढैया, गंगानगर, पौरारा, दियावली आदि में बाढ़ का पानी भरा हुआ है।

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