Updated: Sat, 23 Aug 2025 05:25 PM (IST)
डिडौली में साइबर ठगी के दो नए मामले सामने आए हैं। एक मामले में ठगों ने सऊदी में रह रहे युवक की इंस्टाग्राम आईडी हैक कर चाचा से 55 हजार रुपये ठग लिए। दूसरे मामले में राजस्थान के ठगों ने किसान को ऑनलाइन भैंस बेचने का झांसा देकर 43 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।
संवाद सूत्र, डिडौली । एक तरफ सरकार साइबर अपराध से बचने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। वहीं, दूसरी तरफ साइबर अपराधी भी लोगों को ठगने के नई नई तरकीब ईजाद कर रहे हैं। पुलिस की ओर से जागरूक करने के बाद भी लोग ठगों के जाल में फंसकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं।
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हालांकि कई बार पीड़ित को जानकारी तक नहीं होती और उनका खाता खाली हो जाता है। जिले में लगातार साइबर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब इस क्रम में ठगी के दो मामले फिर सामने आए हैं। एक मामले में साइबर ठगों ने सऊदी में रह रहे युवक की इंस्टाग्राम आइडी हैक कर चाचा से 55 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। जबकि दूसरा मामला और भी अनोखा है। राजस्थान के ठगों ने किसान को आनलाइन भैंस बेचने का झांसा देकर 43 हजार रुपये खातों में ट्रांसफर करा लिए।
दर्ज कराया मुकदमा
ठगी का अहसास होने पर दोनों पीड़ितों ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी है। केस-1 मोबाइल पर आई अंजान नंबर से काल थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर पैगंबरपुर में निवासी चंद्रपाल सिंह ने बताया बुधवार को उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से काल आई थी। काल करने वाले ने अपना नाम सोनू कुमार जाट निवासी गांव जयरामपुरा जिला जयपुर (राजस्थान) बताते हुए कहा कि वह पशुपालन विभाग में कार्यरत है और भैंस बेचना चाहता है। हामी भरने पर सोनू ने अपना आ्रइकार्ड और भैंस की वीडियो भी भेजी। जिसकी कीमत 80 हजार रुपये बताई।
हालांकि 75 हजार में सौदा तय हो गया। इस पर सोनू ने 43 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। शेष रुपये भैंस घर पहुंचने पर देने को कहा। उसने एक पिकअप में लदी दो भैंस की वीडियो भी भेजी और कहा एक भैंस आगरा की है, दूसरी आपकी। यहां से दोनों भेज दी हैं। थोड़ी ही देर में सोनू ने शेष रुपये भी भेजने का दबाव बनाया तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। बाद में सोनू का नंबर बंद हो गया। पीड़ित ने तहरीर दे दी है। केस-2 भतीजे की इंस्ट्राग्राम आइडी की हैक, चाचा से ट्रांसफर कराए रुपये डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव हरियाणा में निवासी जैनुल आबेदीन बताया उनका भतीजा मोहम्मद अजमत सऊदी अरब के दम्माम शहर में रहकर चालक नौकरी करता है।
साइबर ठगों ने अजमत की इंस्टाग्राम आइडी हैक कर ली और मुझसे चेटिंग की। कहा कि वह इस समय एयरपोर्ट पर है और उसके दोस्त की तबीयत बहुत खराब है। उसे अस्पताल लेकर जाना है। लिहाजा कुछ रुपये भेज दो। वह मामले को समझ नहीं सके और हामी भर दी।
साइबर ठग ने उन्हें क्यूआर कोड भेज दिया। उन्होंने उसमें 55 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। रुपये ट्रांसफर करने बाद में उन्होंने भतीजे को काल की तो ठगी का पता चला। भतीजे ने बताया कि उसकी इंस्टाग्राम आइडी हैक हुई है। कोई रुपये नहीं मंगाए। पीड़ित ने प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर दे दी है।
इस प्रकार ठगी करते हैं साइबर अपराधी
अपराधी पीड़ित को एक नकली ईमेल या मैसेज भेजते हैं, जिसमें उन्हें अपनी व्यक्तिगत जानकारी या वित्तीय जानकारी देने के लिए कहा जाता है। अपराधी पीड़ित के बैंक खाते या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके अवैध लेनदेन करते हैं।
मोबाइल डिवाइस में मैलवेयर
अपराधी पीड़ित के कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस में मैलवेयर स्थापित करते हैं, जिससे वे पीड़ित की व्यक्तिगत जानकारी या वित्तीय जानकारी चोरी कर सकते हैं।
आनलाइन स्कैम:
अपराधी पीड़ित को ऑनलाइन स्कैम में फंसाते हैं, जैसे कि नकली आनलाइन स्टोर या नकली नौकरी के अवसर। साइबर ठगी से बचने का तरीका व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें। अज्ञात स्रोतों से ईमेल या मैसेज का जवाब न दें। अपने कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइस को सुरक्षित रखें। आनलाइन लेनदेन करते समय सावधानी बरतें। अपने बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड की जानकारी को सुरक्षित रखें।
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