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    भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर हटाए गए पीएनबी शाखा के प्रबंधक, सफाई में कहा- ट्रांसफर मांगा था

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 09:23 AM (IST)

    औरैया के पीएनबी शाखा प्रबंधक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, जिसमें लोन के नाम पर सुविधा शुल्क मांगने जैसे आरोप शामिल थे। ग्राहकों की शिकायत पर विभागीय जांच हुई। जांच के बाद प्रबंधक का इटावा ब्रांच में स्थानांतरण कर दिया गया। प्रबंधक ने आरोपों को गलत बताते हुए खुद स्थानांतरण की मांग की बात कही। बैंक की साख को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया।

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    जागरण संवाददाता, औरैया। जमालशाह रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के शाखा प्रबंधक पर आठ से अधिक ग्राहकों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। लोन के नाम पर सुविधा शुल्क मांगने, सब्सिडी में फायदा तलाशने के साथ ही अन्य आरोप लगाए।

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    एक फर्नीचर कारोबारी ने बैंक में कराए गए कार्यों का भुगतान किए जाने के लिए रुपये मांगने का आरोप लगाया। कहा कि दो लाख के करीब बिल था। जिसमें एक लाख रुपये तक ही भुगतान हुआ। बाकी के लिए चक्कर लगवाए जा रहे। डीएम, एसपी समेत बैंक के मंडल कार्यालय तक शिकायतें पहुंचीं तो विभागीय जांच शुरू कराई गई।

    मुख्य प्रबंधक ने हकीकत जांची। जिस आधार पर शाखा प्रबंधक का इटावा की ब्रांच में स्थानांतरण कर दिया। शाखा प्रबंधक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बुनियाद व गलत ठहराया। कहा कि कुछ लोग घेरेबंदी कर रहे थे। जिस वजह से उन्होंने स्थानांतरण मांग लिया था।

    सतेश्वर मुहल्ला निवासी पीएनबी शाखा प्रबंधक आदित्य कुमार दुबे पर मुहल्ला गुमटी मोहाल निवासी साक्षी गुप्ता, अंजली, खानपुर के मुहम्मद परवेज, भीकमपुर दयालपुर के रामबाबू समेत अन्य कुछ लोगों ने आरोप लगाया। ग्राहकों का कहना था कि आदित्य कुमार अपनी कुर्सी का फायदा उठा रहे।

    लोन के नाम पर रुपये मांगे जाते। परवेज का आरोप था कि लोन के लिए उसने आवेदन किया था। उससे भी रुपये मांगे गए। भ्रष्टाचार के एक के बाद एक आरोप लगने पर विभागीय जांच शुरू कराई गई। मंडल कार्यालय से मुख्य प्रबंधक पहुंचे और ग्राहकों के प्रार्थना पत्रों का संज्ञान लेकर छानबीन की।

    आदित्य कुमार से भी सच जाना गया। उन्होंने अपनी बात रखते हुए आरोपों को गलत बताया। कहा कि लोन के लिए आवेदनों का सत्यापन पूरा नहीं हुआ, इससे पहले उन पर आरोप लगने लगे। अपनी बात में उन्होंने कुछ ग्राहकों के नाम भी लिए। फिलहाल, बैंक की साख को ध्यान में रखते हुए आदित्य कुमार का स्थानांतरण कर दिया गया है।

    आदित्य कुमार का कहना है कि परवेज नाम के ग्राहक ने लोन के लिए आवेदन किया था। उसकी फाइल को जांचने का कार्य अभी जारी है। इससे पहले 75 हजार रुपये लेने का आरोप लगा दिए गए। इसके बाद घेरेबंदी की जाने लगी। विभाग की जांच में मैंने सारे प्रमाण दे दिए। खुद से किसी दूसरी ब्रांच में स्थानांतरण की मांग की थी।