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    अयोध्या में जमीन खरीदने वाले हो जाएं सावधान, भूमि दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 07:08 PM (IST)

    अयोध्या में जमीन खरीदने वालों को सावधान रहने की ज़रूरत है। भूमि दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं, जिसमें लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। जालसाज सक्रिय हैं, इसलिए सतर्कता बरतें और पूरी जानकारी के साथ ही निवेश करें।

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    भूमि दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी।

    संवाद सूत्र, अयोध्या। रामनगरी में भूमि दिलाने के नाम पर एक बाहरी व्यक्ति को फिर ठगा है। गोरखपुर के चंद्रा निवासी कल्यानपुर निवासी पंकज आर श्रीवास्तव की तहरीर पर रामकोट के रत्न सिंहासन राजगद्दी मंदिर निवासी रमेश दास, बस्ती जिले के बंदरगांव निवासी परसरामपुर निवासी अमरेश पांडेय एवं धीरेंद्र सिंह के विरुद्ध एसएसपी के आदेश पर कोतवाली अयोध्या में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

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    पंकज का आरोप है कि तीन आरोपितों ने मिलकर उन्हें जमीन से जुड़े हुए खसरा खतौनी और रजिस्ट्री के पेपर दिया, जिसमें रमेश दास के नाम से प्लट दर्ज था, जो माझा मीरापुर द्वाबा में था। इसी जमीन से सटे हुए एक अन्य भूखंड को आकृति मखीजा का बताकर रजिस्ट्री और खारिज दाखिल के दस्तावेज दिखाए।

    रमेश दास का हाईवे से सटा बताया गया प्लाट 60 लाख रुपये और आकृति मखीजा का प्लाट 40 लाख रुपये में खरीदने का सौदा तय हुआ। इसके बदले रमेश दास को विभिन्न तिथियों में दस लाख रुपये खाते में और अलग-अलग तिथियाें में पिछले एक साल में दस लाख रुपये नकद दिया।

    इसी तरह आकृति मखीजा और भरत मखीजा के संयुक्त खाता में पांच लाख रुपये जमा किया। इसके अलावा धीरेंद्र सिंह को भी अलग अलग तिथियों में 25 लाख रुपये अपने अकाउंट से उनके अकाउंट में ट्रांसफर किया। अमरेश पांडेय ने पंकज के लखनऊ आवास पर आकर पूरे प्लाट की पक्की बाउंड्री और मिट्टी पटवाने के नाम पर दस लाख रुपये नकद लिया।

    पंकज ने रजिस्ट्री से पहले रमेश दास, भरत मखीजा, आकृति मखीजा और अमरेश पांडेय से प्लाट की बाउंड्री बनवाने को कहा, लेकिन आरोपितों ने बाउंड्री नहीं बनवाई। दो माह पहले पंकज को ज्ञात हुआ कि मौके पर विवाद है।

    आरोपितों ने धोखाधड़ी करके दूसरी जमीन दिखाकर विवादित प्लाट का सौदा किया है। इसके बाद पंकज ने अपने रुपये मांगने शुरू किए। आकृति मखीजा ने पांच लाख रुपये खाते में वापस कर दिया, लेकिन बाकी आरोपितों ने रुपये देने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी दी।