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    Ayodhya News: अयाेध्या में रावत मंदिर के महंत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, हिरासत में सेविका

    By Dharmendra PandeyEdited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Sun, 12 Oct 2025 03:00 PM (IST)

    Mysterious Death of Mahant Ram Milan Das in Ayodha:  घटना की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे और एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर भी मौके पर पहुंच गए और कोतवाल मनोज शर्मा को घटना से जुड़े सभी तथ्यों की पड़ताल करने का निर्देश दिया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। 

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    रावत मंदिर के महंत रहे राममिलन दास

    जागरण संवाददाता, अयोध्या : अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के रामघाट के रावत मंदिर के महंत की शनिवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। उन्होंने देर शाम लगभग 7.30 बजे खाना खाया था, उसके कुछ देर बाद ही उनके मुंह से झाग निकला और उनकी हालत बिगड़ती गई। महंत ने कुछ समय पहले ही आठ करोड़ की जमीन बेची था, पुलिस इसकाे लेकर किसी साजिश की पड़ताल भी कर सकती है।

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    महंत के मुंह से झाग निकलने पर उनके शिष्यों व अन्य ने उन्हें तुरंत श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने परीक्षण के बाद उनकी मौत की पुष्टि कर दी। घटना की सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे और एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर भी मौके पर पहुंच गए और कोतवाल मनोज शर्मा को घटना से जुड़े सभी तथ्यों की पड़ताल करने का निर्देश दिया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

    महंत ने खाना खाया तो थोड़े अंतराल के बाद मुंह से झाग निकल आया 

    रावत मंदिर में रहने वाले लोगोंं का कहना है कि खाना बनाने वाली महिला शनिवार शाम यह कह कर चली गई कि खाना बना दिया है, खा लीजिए। महंत ने वह खाना खाया तो थोड़े अंतराल के बाद मुंह से झाग निकल आया और स्थिति बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें श्रीराम चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन तब तक देर हो गई थी। उनकी रास्ते में ही मृत्यु हो चुकी थी।

    मौत की वजह अभी स्पष्ट नहीं 

    लोगों का आरोप है कि महंत किसी साजिश के शिकार हुए हैं। महंत की मौत की जानकारी मिलने के बाद श्रीराम चिकित्सालय में भीड़ बढ़ गई। अयोध्या के कोतवाल मनोज शर्मा ने कहाकि महंत की मौत की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा कि कहीं जमीन बेचने के बाद मिले रुपये तो उनकी मौत का कारण नहीं बने हैं।

    महंत ने मंदिर से जुड़ी जमीन बेची

    बताया जा रहा कि दो माह पूर्व महंत ने मंदिर से जुड़ी जमीन बेची थी, उसके पैसे हाल ही में उनके खाते में आए थे। चर्चाओं के अनुसार महंत ने जमीन लगभग आठ करोड़ रुपये में बेची थी। इसके अलावा उनके बैंक खाते में पहले से डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक थे। इस तरह लगभग नौ करोड़ रुपये उनके खाते में जमा बताया गया है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आते रहे हैं रावत मंदिर

    लगातार 15 वर्षों से रावत मंदिर के महंत रहे राममिलन दास के गुरु रामदास कोकिल ने राम मंदिर आंदोलन में भूमिका निभाई थी। वह सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबी रहे। रावत मंदिर में मुख्यमंत्री का भी आगमन होता था। कुशीनगर जिले के बड़हरा के रहने वाले राम मिलन दास उनके अयोध्या के कार्यक्रमों में भी शामिल होते रहे। बताया जाता है कि रामघाट क्षेत्र में बने रावत मंदिर का निर्माण गोरखपुर के रावत भीटी गांव के लोगों ने कराया था। इसी कारण इसका नाम रावत मंदिर पड़ा था।

    रात में पहुंचे संत-धर्माचार्य

    रावत मंदिर के महंत राममिलन दास की मृत्यु की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। कई संत-धर्माचार्यों ने भी अस्पताल पहुंच कर जानकारी ली। दिगंबर अखाड़ा के महंत रामलखन दास, वामन मंदिर के महंत वैदेहीवल्लभ शरण, राधामोहन कुंज के महंत सुदर्शन दास सहित अन्य ने कहाकि मौत कैसे हुई, इसकी निष्पक्ष जांच की जाए। इसका कारण सामने आना ही चाहिए।