राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह को देखते हुए निर्माण कार्य में आई तेजी, 30 अक्तूबर तक पूर्ण हो जाएंगे सभी काम
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य ध्वजारोहण समारोह के मद्देनजर तेजी से चल रहा है। मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, सभी काम 30 अक्तूबर तक पूरे हो जाएंगे। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कार्यों की प्रगति पर संतोष जताया है। मंदिर के गर्भगृह और अन्य अहम जगहों पर ध्वजारोहण की तैयारी चल रही है, जिससे श्रद्धालुओं में उत्साह है।

राम मंदिरों के सभी कार्य 30 अक्टूबर तक हो जाएंगे पूर्ण।
लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। रामजन्मभूमि परिसर में साढ़े चार वर्षों से गतिशील रहा राम मंदिर सहित सात पूरक मंदिरों का निर्माण अब पूर्णता को प्राप्त कर रहा है। मुख्य कार्यदायी एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) सहित अन्य एजेंसियों के अधिकारियों का दावा है कि सभी मंदिरों में पत्थरों से संबंधित समस्त निर्माण पूर्ण हो गए हैं। घिसाई-सफाई, फिनिशिंग व फ्लोरिंग के अवशेष कार्य भी 30 अक्टूबर तक हर स्थिति में पूरे हो जाएंगे। परकोटे की दक्षिणी भुजा को जोड़ने का कार्य अभी चल रहा है, परंतु यह भी निर्धारित समयावधि तक पूरा होगा।
राम मंदिर व परकोटे के मध्य रिक्त स्थान पर टाइल्स से फर्श लगभग तैयार हो गई है। कॉरिडोर व जूता-चप्पल घर बन जाने के बाद इनकी फिनिशिंग हो रही है। सभी मंदिरों तक जाने वाले मार्गों का निर्माण हो गया है। निर्मित हो चुके शेष परकोटे को संवारा जा रहा है।
मंदिरों के निर्माण की पूर्णता पर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से 25 नवंबर को प्रस्तावित ध्वजारोहण समारोह की व्यापक तैयारियों के दृष्टिगत मंदिर निर्माण समिति ने पत्थरों से संबंधित सभी कार्यों को प्रत्येक स्थिति में 30 अक्टूबर तक पूरा करने का निर्देश दे रखा है।
इसे ध्यान में रख कर परिसर में कार्य कर रही मुख्य कार्यदायी एजेंसी एलएंडटी तथा पर्यवेक्षण में संलग्न टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स (टीसीई) और अन्य एजेंसियां मंदिरों से जुड़े कार्य प्राथमिकता के आधार पर करा रही हैं। इसी कारण समिति की ओर से तय समयावधि से पहले राम मंदिर के साथ सभी पूरक मंदिरों में पत्थर संबंधी निर्माण पूरे हो गए हैं।
वर्तमान में राम मंदिर के भूतल व प्रथम तल के स्तंभों और निर्मित हो चुके परकोटे की घिसाई-सफाई आदि हो रही है। पूरक मंदिरों के सम्मुख आंगन बन जाने के बाद रिक्त स्थान को समतल कर फर्श बनाई जा रही। टाइलों की फर्श लगभग तैयार है। उत्तरी दिशा में परकोटे के समीप अवशेष स्थान पर भी शनिवार को टाइल लगाई गईं। मंदिरों में निर्माण के समय लगे लोहे के पाइप हट गए हैं।
अवशेष सामग्री को यथास्थान पहुंचाया जा रहा है तो श्रद्धालुओं के आवागमन के प्रत्येक स्थान पर सुगम मार्ग बनाया जा रहा है। राम मंदिर की वीआईपी लेन की तरफ टाइलों की सफाई हो रही है। निशक्तों व वृद्ध श्रद्धालुओं को मंदिर के दोनों तलों पर पहुंचाने के लिए बने कॉरिडोर की फिनिशिंग हो रही है। हनुमान मंदिर के समीप परकोटे की दक्षिणी भुजा को जोड़ने का कार्य थोड़ा शेष है, यह भी तीन-चार दिन में पूरा हो जाएगा। अतिविशिष्ट प्रवेश द्वार भी बन चुका है। इसे अंतिम स्पर्श दिया जा रहा है।
एलएंडटी के परियोजना निदेशक विनोद कुमार मेहता ने दावा किया कि मंदिरों से जुड़े समस्त कार्य तय समय पर ही पूरे कर लिए जाएंगे। पत्थरों से संबंधित निर्माण हो गए हैं। टीसीई के परियोजना निदेशक वीके शुक्ल ने भी कहाकि मंदिरों के कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराए जा रहे हैं, जिससे उत्सव की तैयारियों में कोई व्यवधान न उत्पन्न हो।

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