राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा लेने वाले अतिथियों के पास होगा स्पेशल कार्ड, चाक-चौबंद रहेगी सुरक्षा
अयोध्या में राम मंदिर ध्वजारोहण समारोह की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अतिथियों के प्रवेश पत्र पर विशेष कोड होगा, जिससे सुरक्षा जांच में मदद मिलेगी। समारोह स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। अतिथियों के लिए विशेष सहायता डेस्क भी स्थापित किए गए हैं।

ध्वजारोहण समारोह के अतिथियों का आमंत्रण भी होगा अति सुरक्षित।
लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। रामजन्मभूमि परिसर में 25 नवंबर को आयोजित होने जा रहे ध्वजारोहण समारोह के दौरान परिसर की सुरक्षा अभेद्य रहेगी। आयोजन में कोई अनधिकृत व्यक्ति नहीं प्रवेश कर सकेगा। अति विशिष्टजनों के अतिरिक्त केवल आमंत्रित अतिथियों को ही प्रवेश मिल पाएगा। इसी कारण अतिथियों को अति सुरक्षित ढंग से आमंत्रित किया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा की भांति आमंत्रण कार्ड पर एक कोड अंकित रहेगा और अतिथियों के प्रवेश के लिए एक पास निर्गत किया जाएगा, जिस पर विवरण अंकित रहेगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से मंदिरों के निर्माण की पूर्णता पर प्रस्तावित वृहद उत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। उनकी इस उत्सव में सहभागिता लगभग सुनिश्चित हो गई है। इसी कारण अब ट्रस्ट की आयोजन समिति ने अतिथियों को आमंत्रित करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।
समारोह पूर्वी उत्तर प्रदेश और विशेषकर अवध क्षेत्र तक ही सीमित रखने के संकल्प के कारण इसमें सर्वसमाज को प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति होने से उत्सव में कोई व्यवधान न उत्पन्न हो सके, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
इसी कारण अतिथियों को आमंत्रित करने की प्रक्रिया को भी फूलप्रूफ बनाया गया है। आयोजन समिति से जुड़े एक पदाधिकारी के अनुसार उत्सव में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं प्रवेश कर सकेगा, जो आमंत्रित न हो। इसके साथ किसी दूसरे के आमंत्रण पर कोई अन्य व्यक्ति भी सम्मिलित नहीं हो सकेगा। इसी वजह से आमंत्रण कार्ड के अलावा अतिथियों को एक पास भी निर्गत किया जाएगा। इस पर प्रवेश द्वार का नाम, पार्किंग स्थल, आयोजन स्थल पर बैठने का क्रम आदि भी अंकित रहेगा।
यह पास आधारकार्ड के आधार पर निर्गत होगा, इसीलिए अतिथियों से संपर्क कर उनके आधार नंबर भी मांगे जा रहे हैं। यह व्यवस्था इसलिए अपनाई जा रही कि यदि किसी अतिथि का आमंत्रण पत्र किसी के हाथ लग भी जाए तो वह प्रवेश न कर सके।
मुख्य आयोजन 25 नवंबर को पूर्वाह्न साढ़े दस बजे से अपराह्न 12 या साढ़े 12 बजे तक चल सकता है, इस कारण उक्त समयावधि में विशिष्टजनों के दर्शन के साथ सामान्य दर्शन भी स्थगित रखा जा सकता है। यद्यपि अभी इस पर अंतिम विचार नहीं किया जा सका है। यह आगामी कुछ दिनों में पुलिस- प्रशासन के साथ होने वाली बैठक में तय कर लिया जाएगा।
राम मंदिर के साथ पूरक मंदिरों पर भी फहराएगा धर्म ध्वजा
ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे मुख्य शिखर पर धर्म ध्वजा फहराई जाएगी। इसके साथ परकोटे के मध्य निर्मित छह देवी देवताओं और राम मंदिर के बगल में निर्मित शेषावतार लक्ष्मण जी के मंदिर पर भी धर्म ध्वजा फहराई जानी है। सभी मंदिरों पर धर्म ध्वज दंड पहले ही स्थापित कर दिए गए हैं। इसी उत्सव की पूर्णता के साथ सभी पूरक मंदिरों में दर्शन भी प्रारंभ हो जाएगा।

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