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    रिश्वत मांगने वाला सब इंस्पेक्टर निलंबित, जेल भेजने की धमकी देने और चार्जशीट बदलने के एवज में मांगे थे रुपये

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 01:19 PM (IST)

    एक सब इंस्पेक्टर को रिश्वत मांगने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। उस पर आरोप है कि उसने जेल भेजने की धमकी देकर और चार्जशीट बदलने के बदले में रिश्वत की मांग की थी। पुलिस विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित कर दिया है। मामले की जांच जारी है।

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    जागरण संवाददाता, आजमगढ़। देवगांव कोतवाली में तैनात सब इंस्पेक्टर लालबहादुर प्रसाद को पीड़ित से रिश्वत मांगने के आरोप में मंगलवार की सुबह 10 बजे निलंबित करते हुए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

    अपर पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन सिंह ने बताया कि पीड़ित मिर्जापुर गांव निवासी आकाश चौहान ने लिखित शिकायत करते हुए बताया था कि मारपीट के मामले में विवेचना कर रहे एसआइ लालबहादुर प्रसाद तीनों आरोपितों को जेल भेजने और जल्द चार्जशीट दाखिल करने के बदले में पांच हजार रुपये रिश्वत मांग रहा है।

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    वरीय पुलिस अधीक्षक डा. अनिल कुमार ने शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए लालगंज क्षेत्राधिकारी को जांच करने का निर्देश दिया। जांच के दौरान एसआइ लालबहादुर पर लगाए गए आरोप सही पाए गए, जिसके बाद एसएसपी ने सख्त रुख अपनाते हुए सब इंस्पेक्टर लालबहादुर प्रसाद को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।

    भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-सात के तहत देवगांव थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद विधिक कार्रवाई करते हुए आरोपित सब इंस्पेक्टर को जेल भेज दिया गया।

    पहले भी दो पुलिस कर्मी जा चुके हैं जेल

    आजमगढ़ के पूर्व एसएसपी अनुराग आर्य ने 21 जून 2024 को दो पुलिस कर्मियों को अवैध वसूली के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दोनों पुलिस कर्मियों पर पीड़ित से जमीन विवाद में समाधान कराने के बदले डरा-धमका कर छह हजार रुपये अवैध वसूली करने का आरोप लगा था।

    विभाग में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार, अवैध धन उगाही या अनैतिक मांग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे कृत्यों पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाएगी। जो भी कर्मचारी इस प्रकार के गलत आचरण में संलिप्त पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध तत्काल कड़ी विधिक और विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

    -डाॅ. अनिल कुमार, एसएसपी आजमगढ़।