हेलो! मैं सब इंस्पेक्टर… जांच में सहयोग करो वरना, इतना सुनते ही सहमा रिटायर्ड फौजी, सच्चाई जानकर उड़ गए होश
बदायूं में साइबर ठगों ने एक रिटायर्ड फौजी मनोज कुमार सिंह को डिजिटल अरेस्ट कर 11.50 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने व्हाट्सएप पर गिरफ्तारी वारंट भेजा और जांच में सहयोग करने को कहा। डरे हुए मनोज कुमार से बैंक खातों की जानकारी लेकर पैसे ट्रांसफर करवा लिए गए। शिकायत पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू हो गई है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। साइबर ठगों ने रिटायर्ड फौजी मनोज कुमार सिंह को डिजिटल अरेस्ट कर 11.50 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने रिटायर्ड फौजी को वाट्सएप नंबर पर अरेस्ट वारंट भेजा और उन्हें जांच में सहयोग करने को भी कहा, जिससे मनोज कुमार डर गए और डिजिटल अरेस्ट हो गए।
साइबर ठगों ने उनसे बैंक खातों की जानकारी ली और उनसे 11.50 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। अब इसकी शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
यह है पूरा मामला
रिटायर्ड फौजी मनोज कुमार सिंह बिनावर थाना क्षेत्र के गांव खुनक के रहने वाले हैं और इस समय मिलिट्री कैंटीन में काम करते हैं। उनका कहना है कि 26 अगस्त को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई।
कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस से बताया। कहा कि वह मुंबई से सब इंस्पेक्टर बात कर रहा है। आपके जो मोबाइल नंबर हैं। वह गलत आधार आईडी पर प्रयोग हो रहे हैं और उनका गलत इस्तेमाल हुआ है। आपके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
बाद में उसने एक और व्यक्ति से बात कराई, जिसने खुद को राजेश मिश्रा सीबीआई से बताया। उसने कहा कि आपके ऊपर मनी लांड्रिंग और धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। आपकी आईडी पर एटीएम कार्ड भी है, जो केनरा बैंक में चल रहा है।
यह एटीएम कार्ड निर्दोष गोयल के घर से बरामद हुआ है। उसने दो मोबाइल नंबर भी बताए थे। उनसे कहा था कि आपको अरेस्ट वारंट भेजा जा रहा है। अगर आप पुलिस और सीबीआई की जांच में सहयोग करेंगे और गोपनीयता बनाए रखेंगे, तो आपकी गिरफ्तारी नहीं होगी।
27 अगस्त की दोपहर उन्होंने फिर से कॉल की और उन्हें बताया कि आपको डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया है। कहीं गए या किसी को कुछ बताया तो आपको तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसलिए जो जानकारी मांगी जा रही है, उसको सही-सही बताएं।
उन्होंने मनोज कुमार सिंह से उनके खातों की पूरी जानकारी ली। बाद में उन्होंने 11.50 लाख रुपये जमा करने को कहा। मनोज कुमार सिंह काफी डरे हुए थे। उन्होंने साइबर ठगों के कहने पर 11.50 लाख रुपये उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है, तो उन्होंने साइबर थाने जाकर इसकी शिकायत की, जिस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को थाने पर तहरीर दी कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगी की गई है। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इसकी जांच कराई जा रही है।
-विनोद कुमार वर्धन, इंस्पेक्टर साइबर थाना
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