बदायूं में राशन विक्रेता ने बेच दिया गरीबों का 94 क्विंटल सरकारी अनाज, FIR दर्ज
बदायूं में एक राशन विक्रेता पर गरीबों के लिए आवंटित 94 क्विंटल सरकारी अनाज बेचने का आरोप लगा है। विक्रेता ने कथित तौर पर अनाज को बाजार में बेच दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार को उजागर करता है।

जागरण संवाददाता, बदायूं। गरीबों को वितरित कराया जाने वाला अनाज ही कोटेदार बेचकर खा गया। जब उसकी दुकान का निरीक्षण किया गया तो उसकी दुकान में 94 क्विंटल अनाज गायब पाया गया। पूर्ति निरीक्षक ने उसकी दुकान पर मिले सामान को कब्जे में लेकर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी है।
मामला उझानी ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत कुआंडांडा का है। यहां का राशन विक्रेता अरविंद कुमार है। पूर्ति निरीक्षक योगेंद्र पाल के अनुसार उन्होंने एक नवंबर को कुआंडांडा की सरकारी दुकान का निरीक्षण किया था। वह उस दिन अचानक दुकान पर पहुंच गए थे और उन्होंने दुकान का सत्यापन किया। वहां किसी प्रकार के अभिलेख नहीं मिले, लेकिन केवल ईपास मशीन ही उपलब्ध पाई गई।
उसके अनुसार दुकान में 52.87 क्विंटल चावल और 42.46 क्विंटल गेहूं होना चाहिए था, लेकिन उसकी दुकान में सरकारी अनाज का एक दाना भी नहीं मिला। जब इसके बारे में उचित दर विक्रेता अरविंद कुमार से जानकारी ली गई तो वह कोई ठोस जवाब भी नहीं दे पाया और न ही कोई दूसरी जगह अनाज रखा था। इससे पता चल गया कि कोटेदार में सरकारी अनाज को ही कालाबाजारी करके बेच दिया।
बाद में उन्होंने दुकान में मौजूद ईपास मशीन, चार्जर, आईरिस स्कैनर और इलेक्ट्रानिक कांटा अपने कब्जे में ले लिया। सामान को ललुईया ग्राम पंचायत के उचित दर विक्रेता ओम बाबू के हवाले कर दिया गया। उन्होंने इस संबंध में उझानी कोतवाली में कोटेदार के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

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