यूपी के इस जिले में 14 ब्लॉकों में बनेंगे 25 मनरेगा पार्क, 2.50 करोड़ रुपये होंगे खर्च
उत्तर प्रदेश के एक जिले में 14 ब्लॉकों में 25 मनरेगा पार्क बनाए जाएंगे, जिस पर लगभग 2.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन पार्कों का उद्देश्य ग्रामीणों को मनोरंजन और व्यायाम के लिए जगह प्रदान करना है, साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। अधिकारियों का लक्ष्य है कि पार्कों का निर्माण कार्य जल्द पूरा हो।

हर ब्लॉक में बनेंगे 25 मनरेगा पार्क।
जागरण संवाददाता, बहराइच। मनरेगा योजना अब लोगों को रोजगार की गारंटी देने ही नहीं, उनकी सेहत का ख्याल रखने का काम करेगी। शहरों की तर्ज पर जिले के सभी 14 ब्लॉकों में 25-25 गांवों में मनरेगा पार्क विकसित होंगे। एक पार्क के निर्माण पर करीब 10 लाख रुपये खर्च होंगे। इस बजट से यहां पार्कों में सुविधा और संसाधनों को विकसित किया जाएगा। मनरेगा विभाग ने 67 ग्राम पंचायतों की सूची भी तैयार की है।
मनरेगा पार्क में हरियाली के लिए पौधारोपण करने के साथ ही शौचालय, बैठने के लिए बैंच, ओपन जिम, शुद्ध पीने के पानी का इंतजाम करने के साथ ही युवाओं के लिए रनिंग ट्रैक भी बनाए जाएंगे। यहां ग्रामीण सुबह-शाम सैर कर स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे।
इसके अलावा गांव का सौंदर्य भी बढ़ेगा। मनरेगा पार्क युवाओं के लिए ओपन जिम के साथ पर्यावरण को संरक्षित करने वाला होगा। यहां छोटे बच्चों को मनरेगा पार्क में झूले, विभिन्न प्रजातियों के पुष्प और पौधे अपनी तरफ आकर्षित कर उनकी सेहत को बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। खेल सामग्री में टेनिस, हैंडबॉल, ऊंचीकूद आदि के लिए उपकरण ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को खेलकूद के प्रति प्रेरित करेंगे।
एक पार्क के निर्माण पर खर्च होंगे 10 लाख
पार्क का निर्माण मनरेगा के साथ राज्य वित्त की धनराशि से कराया जाएगा। मनरेगा से निर्माण कार्य तो राज्य वित्त के पैसे से उपकरण आदि खरीदे जाएंगे। हर ब्लाक क्षेत्र के 25 गांवों में यह पार्क तैयार करने की योजना बनाई गई है। इस हिसाब से जिले के 14 ब्लाकों में 350 मनरेगा पार्कों की सौगात मिल सकती है। जिस पर 35 करोड़ की धनराशि खर्च होने का अनुमान है।
मनरेगा पार्क स्वास्थ्य में काफी लाभप्रद होने के साथ खेल प्रतिभाओं को तराशने का काम करेगा। इन पार्कों को माडल पार्क के रूप में विकसित कर युवाओं एवं बच्चों को स्वास्थ्य को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए शहरी पार्क की तरह बनाया जाएगा। यह पूरी योजना जिलाधिकारी के दिशा-निर्देश में बनी है। -रवि शंकर पांडेय, उपायुक्त मनरेगा, बहराइच।

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