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    बहराइच में मनरेगा में 44 लाख की धोखाधड़ी, सचिव और प्रधान पर लगे गंभीर आरोप

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 03:45 PM (IST)

    बहराइच जिले में मनरेगा योजना के अंतर्गत 44 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। ग्राम पंचायत सचिव और प्रधान पर सरकारी धन के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगे हैं। जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं, ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।

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    मनरेगा में 44 लाख का गबन।

    जागरण संवाददाता, बहराइच। प्रधान, सचिव और तकनीकि सहायक ने अभिलेखों में चकमार्ग और मिट्टी पटाई का कार्य दिखा कर 44 लाख 16 हजार 963 रुपये डकार गए। शिकायत पर लोकपाल मनरेगा की जांच में मामले का खुलासा हुआ है। तीनों पर एफआईआर कराने के साथ वसूली की संस्तुति करते हुए इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी है। मामला महसी ब्लाक के ग्राम पंचायत बरूहा बेहड़ का है।

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    मनरेगा लोकपाल कार्यालय में गांव निवासी संगमलाल और मैकू आदि ने आरोप लगाया था कि ग्राम पंचायत में 2020-21 से लेकर 2023-24 तक कराए गए चकमार्ग और मिट्टी पटाई समेत कई अन्य कार्य के अलावा पीएम ग्रामीण आवास के नाम पर वसूली की गई और किस्त के नाम पैसे हड़प लिए गए।

    शिकायत पर लोकपाल मनरेगा ने 9 अक्टूबर 2025 को स्थलीय निरीक्षण कर पाया कि यह कार्य पूरे गांव में कहीं नहीं हुए हैं। कुल 17 कार्यों पर 44,16,963 रुपये का फर्जी भुगतान किया गया है।

    इसमें प्रधान समेत सचिव राजवंत, तकनीकि सहायक देवेंद्र नाथ पाठक दोषी हैं। लोकपाल ने तीनों से वसूली के साथ एफआईआर कराने की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन और प्रशासन को दी है।

    कागज पर दिखाए गए यह फर्जी कार्य

    वर्ष कार्य का नाम भुगतान की राशि (₹)
    2023-24 अमेरिका के घर से जंगली के घर तक चकमार्ग का निर्माण 4,02,045
    2022-23 सुरेंद्र के घर से मेन सड़क तक चकमार्ग का निर्माण 4,37,460
    2023-24 पुलिया से जन्नू के घर तक चकमार्ग 11,49,945
    2024-25 अर्जुन सिंह के बंगला तक चकमार्ग 6,63,276
    2022-23 रामसुहावन के घर से मेन सड़क तक चकमार्ग 3,53,580
    2022-23 बड़े नाला से आशापुर सीमा तक चकमार्ग 6,20,043
    कुल योग ₹ 36,26,349

    नोट:-इसी तरह एक दर्जन और फर्जी कामों को दिखा कर लाखों का भुगतान दिखाया गया है।

    सचिव, प्रधान और तकनीकि सहायक द्वाार फर्जी अभिलेख से मनरेगा कार्य के नाम पर 44 लाख रुपये से अधिक का गबन किया गया है। पीएम आवास के लाभार्थियों से अवैध वसूली भी की गई है। इसमें प्रधान प्रतिनिधि रामसबूरे, रोजगार सेवक रमाशंकर दोषी है। इन सभी पर कार्रवाई होगी। बीडीओ और एपीओ पर विभागीय कार्रवाई को लिखा गया है। -उमेश तिवारी, लोकपाल मनरेगा, बहराइच।