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    जच्चा-बच्चा को पैसे के लिए बंधक बनाने का आरोप, जांच में जुटी पुलिस

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 03:47 PM (IST)

    एक अस्पताल पर जच्चा-बच्चा को पैसे के लिए बंधक बनाने का आरोप लगा है। परिवार का कहना है कि अस्पताल ने बकाया राशि के लिए उन्हें बंधक बनाया, जबकि अस्पताल प्रशासन ने आरोपों का खंडन किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

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    जागरण संवाददाता, बलिया। हलधरपुर थाना क्षेत्र के रतनपुरा स्थित बिंदु अस्पताल में भर्ती नगरा क्षेत्र के अब्दुलपुर मदारी गांव की प्रसूता सुनीता देवी को पैसा न देने पर शुक्रवार को बंधक बना लिया गया है। प्रसूता के पति का आरोप है कि संचालक मरीज को बंधक बनाकर स्वजनों से पैसे की मांग कर रहे हैं।

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    बंधक बनाने की सूचना पर डीएम व सीएम को ट्युट करने के बाद मौके पर पहुंचे लोगो ने हलधरपुर थाना को सूचना दी है।पुलिस अस्पताल कर्मियों से पूछताछ कर रही है। पीड़ित पति नगरा में घुमकर पैसे की खोज में लगा है। उसने अस्पताल के चिकित्सक के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने की माँग की है।मौके पर जिम्मेदार चिकित्सक नदारद हैं।

    नगरा ब्लाक के अब्दुलपुर मदारी के पवन उर्फ विक्की की पत्नी सुनीता को प्रसव पीडा होने पर गंभीर हाल में नगरा से 13 नवंबर को हालत बिगडने पर रेफर कर दिया गया। परिवार बेहतर उपचार के लिए बिंदु अस्पताल रतनपुरा लेकर चले गये।

    जहां पर 14 नवंबर को आपरेशन से बच्चा पैदा हुआ। तय समय पर जब डिस्चार्ज पर्ची बनी तब अस्पताल ने 1 लाख रूपये का बिल प्रसूता के पति पवन कुमार को पकड़ा दिया।

    पवन का आरोप है कि पत्नी को भर्ती करते समय अस्पताल पर कर्मियों के कहने पर चार बार में 40 हजार रूपये जमा कर दिया हूं, जबकि अस्पताल द्वारा 25-30 हजार रूपये ही खर्च बताया गया था।

    भरती के वक्त दवा के नाम पर 10 हजार रुपये लिए गए थे। उसके बाद दूसरे दिन भी 10 हजार रुपये की मांग की गयी तो जमा किया तो बोला कि उपचार करिए। बुधवार को भी बीस हजार रूपये जमा किए। गुरूवार को जब मरीज को डिस्चार्ज करते वक्त एक लाख छह हजार रुपये का बिल पकडा दिया गया, जिस पर वह परेशान हो उठा है कि अब पैसा कहां से दूं।

    चालीस हजार रूपये का भुगतान किया पर एक लाख रूपये और देने पर ही अस्पताल जच्चा व बच्चा को छोडने की बात की जा रही है। अस्पताल ने बंधक बनाया लिया है। स्वजनों ने कहा कि अस्पताल को जो भी पैसा दिया उसकी कोई रसीद नहीं दी गई। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

    बिंदु अस्पताल के संचालक जय हिंद यादव ने बताया कि बंधक बनाने की बात निराधार है। जच्चा व बच्चा की हालत सीरियस रहने पर अस्पताल का बिल बढा है।जिसकी जानकारी मरीज के स्वजनों को दी गयी थी। अब पवन कुमार पैसा देना नहीं चाहता है।बिना बिल जमा किए अस्पताल से मरीज को डिस्चार्ज नहीं किया जाता है।

    प्रसूता के पति पवन कुमार ने बताया कि अस्पताल को चालीस हजार रूपये खेत बंधक रखकर किया हूं।अब मेरे पास पैसे नहीं है। अस्पताल ने पत्नी को भर्ती करते समय पच्चीस से तीस हजार रूपये का खर्च बताया था।अब एक लाख रूपये की माँग कर बंधक बना रखा है।

    हलधरपुर थानाध्यक्ष विजय प्रकाश मौर्या ने बताया कि प्रकरण की जानकारी उच्चाधिकारियों से हुयी है। रतनपुरा चौकी प्रभारी शिवप्रकाश पाठक को मामले का निस्तारण करने का निर्देश दिया गया है। पीड़ित को न्याय मिलेगा।