Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Balrampur News: रेलवे लाइन का ड्रोन सर्वे पूरा, अब भूमि अधिग्रहण का इंतजार

    Updated: Tue, 19 Aug 2025 07:24 PM (IST)

    बलरामपुर में बहराइच-उतरौला-खलीलाबाद रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पड़ोसी जिलों में राजपत्र जारी हो चुका है जबकि बलरामपुर में भौतिक सत्यापन चल रहा है। किसानों में जमीन अधिग्रहण को लेकर चिंता है। 2026 तक सर्वे और आपत्तियां निस्तारण होने की उम्मीद है। 32 स्टेशनों का प्रस्ताव है जिससे बलरामपुर स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिलेगा।

    Hero Image
    झारखंडी रेलवे स्टेशन। फोटो - जागरण आर्काइव

    जागरण संवाददाता, बलरामपुर। बहराइच-उतरौला-खलीलाबाद रेल लाइन वाया बलरामपुर के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पड़ोसी जनपदों में शुरू हो गई है। बहराइच, श्रावास्ती, सिद्धार्थनगर में भूमि अधिग्रहण के लिए राजपत्र जारी हो गया है। बलरामपुर में अभी ड्रोन सर्वे पूरा किया गया है। अब भौतिक सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद आपत्ति ली जाएगी। इसके बाद कहीं भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसमें समय लगेगा। 2026 तक सर्वे और आपत्ति लेने एवं निस्तारण की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। जमीन अधिग्रहण को लेकर किसानों में बेचैनी है। क्योंकि अधिग्रहण के बाद ही रेलवे लाइन बिछाने का काम शुरू होगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नई रेल लाइन बिछाने के लिए केंद्र में भाजपा सरकार बनने के साथ ही बजट आवंटन किया गया। पहले चरण में बहराइच-खलीलाबाद वाया बलरामपुर, उतरौला में रेल पटारी के लिए सर्वे कर जमीन चिन्हित की गई। किन गांवों से होकर रेल लाइन निकलेगी इसका सर्वे करके स्टेशन तय किए गए। इसकी डिजाइन बनाई गई। इसके बाद किसानों से जमीन खरीदने के लिए गांववार गाटा संख्या तय करके पत्थर लगा दिया गया। रेलवे और राजस्व विभाग ने मिलकर ड्रोन सर्वे किया। इसमें उतरौला के 68 और बलरामपुर तहसील के 33 गांव शामिल है।

    इन गांवों से होकर रेल लाइन बिछाई जाएगी। ड्रोन सर्वे पूरा होने के बाद उतरौला के सभी गांवों का भौतिक सत्यापन कर लिया गया है। बलरामपुर में 15 गांवाें का पूरा कर लिया गया है। 16 में सत्यापन चल रहा है। इसमें जमीन के गाटा संख्या का सत्यापन किया जा रहा है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपत्ति ली जाएगी। इसके बाद किसानों के नाम से गाटा संख्या का सत्यापन किया जाएगा। इस पर भी आपत्तियां लेकर उनका निस्तारण किया जाएगा। सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। रेलवे इंजीनियर विजय कुमार ने बताया कि सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। पूरी होने के बाद अधिग्रहण शुरू होगा।

    2014 से चल रही कवायद

    - रेल लाइन के लिए 2014 में सर्वे के लिए बजट मिला था। इस वर्ष बहराइच-श्रावस्ती-बलरामपुर 80 किमी रेल लाइन बिछाने के लिए 620 करोड़ मिला। उतरौला से बहराइच जनपद की सीमा तक 240.264 किलोमीटर लंबाई में रेलवे लाइन बिछाई जानी है।

    32 रेलवे स्टेशन प्रस्तावित

    बहराइच से खलीलाबाद तक 32 स्टेशन प्रस्तावित है, जिसमें यहां छह नए स्टेशनों का निर्माण होगा। बहराइच व श्रावस्ती के बीच 10 नए स्टेशन बनेंगे। इसमें श्रावस्ती, इकौना, बहराइच, अजतापुर, धुसवा, बरेडरा, हरिहरपुर रानी, भिनगा, विशुनापुर, रामनगर व लक्ष्मनुपर गोरपुरवा स्थल शामिल हैं। बलरामपुर विकास खंड का हंसुवाडाेल गांव पहला हाल्ट स्टेशन होेगा। झारखंडी रेलवे स्टेशन पर गोंडा-गोरखपुर रेल लाइन से बहराइच-खलीलाबद रेल लाइन को जोड़ा जाएगा। भगवतीगंज स्थित बलरामपुर रेलवे स्टेशन से उतरौला के लिए रेल लाइन का विस्तार किया जाएगा।

    बलरामपुर स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिलेगा। सदर विकास खंड के खगईजोत से स्टेशन के बाद महेशभारी गांव में हाल्ट स्टेशन बनेगा। श्रीदत्तगंज व उतरौला में स्टेशन और कपौवा शेरपुर में हाल्ट स्टेशन बनेगा। रेल पटरी बिछाने के लिए 40 फीट चौड़ाई में जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा। स्टेशन बनने वाले स्थानों पर 100 मीटर चौंड़ाई में जमीन अधिग्रहीत की जाएगी।