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    Sultanpur News: साइबर ठगी कर रुपये विदेश भेजने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार, पांच भारतीय व एक नेपाली आईडी से विदेश भेजे गए 101 करोड़

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 05:35 PM (IST)

    बलरामपुर पुलिस ने चाइनीज लोनिंग एप से साइबर ठगी करने वाले गिरोह के दो और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। बिहार के रहने वाले पिता-पुत्र गोलू कुमार और भूषण कुमार चौधरी क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से ठगी के पैसों को विदेश भेजते थे। पुलिस ने उनके पास से लैपटॉप मोबाइल फोन आधार कार्ड और नकदी बरामद की है।

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    साइबर ठगी कर रुपये विदेश भेजने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    जागरण संवाददाता, बलरामपुर। चाइनीज लोनिंग एप के जरिए साइबर ठगी कर करोड़ों रुपये क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित कर विदेश भेजने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठित गिरोह के सरगना सस्पियर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की कार्रवाई जारी है।

    ललिया व साइबर थाना की संयुक्त टीम ने गिरोह के दो अन्य सदस्य बिहार निवासी पिता-पुत्र को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। आरोपितों की पहचान बिहार के जिला मोतिहारी (पूर्वी चंपारन) के थाना घोड़ासन स्थित वार्ड नंबर पांच उत्तरी पंचायत निवासी गोलू कुमार व उसके पिता भूषण कुमार चौधरी के ताैर पर हुई है। आरोपितों के पास एक लैपटाप, पांच एंड्रायड मोबाइल फोन, सात आधार कार्ड व 2650 भारतीय व 100 नेपाली रुपये बरामद हुए हैं।

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    पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि ललिया थाना में साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ था, जो स्थानांतरित होकर साइबर थाना के पास विवेचनाधीन है। पुलिस पूर्व में गिरोह के सरगना सस्पियर निवासी पथरा इंग्लिश थाना मुफास्सिल जिला नवादा बिहार समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर ले चुकी है। इसमें आगे कार्रवाई करते हुए भूषण कुमार चौधरी व उसके बेटे गोलू को गिरफ्तार किया गया है।

    गोलू ने पूछताछ में बताया कि वह घोड़ासन में साइबर कैफे व जनसेवा केंद्र चलाता है। यहां लोगों के आधार के पैसे निकालने, पैन करेक्शन, जाति एवं निवास प्रमाण पत्र आदि बनाता था। बताया कि दो वर्ष पूर्व कुछ लोगों से मुलाकात हुई और उन लोगों ने उसके मोबाइल पर उसके नाम से एक बाइनेंस आइडी बनवाई। साथ ही साइबर ठगी करके रुपये क्रिप्टोकरेंसी (यूएसडीटी) में परिवर्तित कर बाइनेंस आइडी के माध्यम से भेजना सिखाया।

    गोलू बाइनेंस आइडी से उन लोगों के रुपये भेजने लगा और साइबर ठगी गिरोह का सदस्य बन गया। अधिक लाभ होने पर गोलू ने अपने पिता भूषण व अन्य लोगों की बाइनेंस आइडी बनाकर साइबर ठगी का जाल बढ़ाने लगा। साइबर ठगी के रुपये क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से सस्पियर और अन्य लोगों के बताए बाइनेंस आइडी पर आदान-प्रदान करने लगा।

    सस्पियर की बाइनेंस आईडी से खुली पोल

    अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह के सरगना सस्पियर की बाइनेंस आइडी का डाटा खंगालने पर कुछ आइडी से मोटी रकम भेजने की पुष्टि हुई। इसमें मुख्य रूप से छह बाइनेंस आइडी पाई गई, जिसमें पांच भारत व एक नेपाल की है। इन छह आइडी के माध्यम से 101 करोड़ 34 लाख 31 हजार 411 रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। सबसे अधिक धनराशि गोलू कुमार की आइडी से ट्रांसफर हुई है। दूसरी आइडी गोलू के पिता भूषण कुमार चौधरी की है। एसपी ने बताया कि भारत की तीन अन्य आइडी की जानकारी की जा रही है। साथ ही नेपाल की आइडी का पता लगाने के लिए बाइनेंस से डाटा मांगा गया है।

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