बलरामपुर में सिर्फ 52 प्रतिशत किसानों की हुई फार्मर रजिस्ट्री, OTP न आने से धीमी सुस्त हुई रफ्तार
बलरामपुर में किसान पंजीकरण प्रक्रिया ओटीपी समस्या के कारण धीमी है, जिससे केवल 52% किसानों का पंजीकरण हुआ है। किसानों को ओटीपी प्राप्त न होने से परेशानी हो रही है। कृषि विभाग ने समस्या को जल्द ठीक करने का आश्वासन दिया है। किसान पंजीकरण सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए महत्वपूर्ण है।

52 प्रतिशत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री।
संवाद सूत्र, बलरामपुर। किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने की योजना खटाई में नजर आ रही है। 31 जनवरी तक शत-प्रतिशत किसानाें की फार्मर रजिस्ट्री करनी थी। कार्य पूरा न होने पर इसका समय बढ़ता गया। 10 माह बीत जाने के बाद भी एक लाख 27 हजार किसानों की फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो सकी है। फार्मर रजिस्ट्री का 16 नवंबर अंतिम तिथि निर्धारित है। अभी तक विभाग 52 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने का दावा कर रहा है।
वहीं, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त फार्मर रजिस्ट्री कराने वाले किसानों के खाते में ही जारी की जाएगी। ऐसे में किसान लाभ से वंचित हो सकते हैं। फार्मर रजिस्ट्री कराने में किसानों को तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ता है। आधार में मोबाइल नंबर अपडेट न होने से ओटीपी नहीं आती है। इससे रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
सदर विकास के खंड के ग्राम पंचायत गंगापुर लखना खुटेहना के किसान वासुदेव प्रसाद शुक्ल ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के लिए उप निदेशक कृषि कार्यालय आए थे, लेकिन यहां बताया गया कि दो वर्ष पहले वरासत वाले किसानों की खतौनी राजस्व विभाग ने अभी तक पोर्टल पर अपलोड नहीं किया है। इस लिए फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
इसी ब्लाक के विशुनीपुर की इंद्रावती ने बताया कि पहले पीएम सम्मान निधि मिल रही थी, लेकिन जब से नई प्रक्रिया लागू की गई है तब से लाभ नहीं मिल रहा है। बताया कि फार्मर रजिस्ट्री के लिए आई थी। आधार में जो नंबर लगा है। उस नंबर की जानकारी नहीं है। और ओटीपी उसी नंबर पर जा रहा है। इस लिए फार्मर रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
फार्मर रजिस्ट्री के लिए 12 विशेष टीमों के साथ राजस्व व पंचायत राज विभाग के करीब 200 कर्मचारी लगे हैं। अभी करीब 52 प्रतिशत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री हुई है। बाकी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री 16 नवंबर तक पूरा करने के लिए सभी कर्मियों को निर्देशित किया गया है। -श्याम नारयन राम, उप निदेशक कृषि।
तहसीलदार ने शिविर का किया निरीक्षण
उतरौला में फार्मर रजिस्ट्री अभियान के तहत गांवों में लगाए जा रहे शिविरों का निरीक्षण तहसीलदार वीरेंद्र प्रताप ने किया। तहसीलदार ने बताया कि तहसील क्षेत्र के कुल 1,02,904 में से अब तक 52,937 किसानों का ही रजिस्ट्रीकरण हुआ है। 49,967 किसान अब भी वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि फार्मर रजिस्ट्री के बिना किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, पीएम कुसुम योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड और कृषि यंत्र अनुदान जैसी योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाएंगे। किसानों की सुविधा के लिए जनसेवा केंद्रों और पंचायत सचिवालयों में फार्मर रजिस्ट्री की व्यवस्था की गई है।
तहसीलदार ने किसानों से अपील की है कि वे राजस्व अभिलेख, आधार कार्ड और बैंक पासबुक के साथ नजदीकी शिविर, जनसेवा केंद्र या पंचायत सचिवालय जाकर फार्मर रजिस्ट्री करा सकते हैं।

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