Banda News: तालाब में नहाते समय दो किशोरों की डूबकर मौत, पैर फिसलने से गहरे पानी में समाए दोनों दोस्त
बांदा में तालाब में नहाते समय पैर फिसलने से दो 12 वर्षीय दोस्तों, ज्ञानबाबू और नीशू की गहरे पानी में डूबकर मौत हो गई। दोनों को तैरना नहीं आता था। ग्रामीणों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद उनके शवों को बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दुखद घटना से दोनों परिवारों और पूरे गांव में शोक का माहौल है।

जागरण संवाददाता, बांदा। तालाब में नहाते समय पैर फिसलने से दो दोस्तों की गहरे पानी में डूबकर मौत हो गई। वह दोनों जहां हम उम्र थे वहीं दोनों तैरना नहीं जानते थे। तालाब किनारे साइकिल खड़ी होने व कपड़े मिलने से राहगीरों को किसी के डूबने की शंका हुई।
उनके बताने पर ग्रामीणों ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों दोस्तों के शवों को पानी से बाहर निकाला। उनके जीवित होने की आशंका पर स्वजन व ग्रामीण सीएचसी अतर्रा ले गए। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित किया। पुलिस को घटना की सूचना दी गई है।
बिसंडा थाना के ओरन कस्बा चौक बाजार मुहल्ला निवासी जयकिशोर शिवहरे का 12 वर्षीय पुत्र ज्ञानबाबू उर्फ ज्ञानू बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे घर से विशाल पुरवा स्थित अपनी झोपड़ी में बकरियों को पानी पिलाने साइकिल से गया था।
पानी पिलाने के बाद वह बगल में रहने वाले जुगलकिशोर यादव के 12 वर्षीय पुत्र नीशू यादव के साथ करीब आधा किलोमीटर दूर मुहल्ला भान थोक स्थित चिरउ तालाब नहाने चले गए।
जहां नहाने के दौरान दोनों की गहरे पानी में जाने से जल समाधि बन गई। सूचना मिलने पर सीओ बबेरू सौरभ सिंह व थाना प्रभारी राजेश वर्मा ने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया। थाना प्रभारी ने घटना की जानकारी की।
इसमें स्वजन ने बताया कि दिवगंत हुआ ज्ञानबाबू तीन भाइयों में सबसे छोटा था। वह ओरन कस्बा के स्कूल में कक्षा सात का छात्र था। पिता परचून की दुकान कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
घटना के समय वह अपने निजी कार्य से शहर गए थे। बड़ा भाई आशीष भी फतेहपुर गया था। मां की मृत्यु करीब सात वर्ष पहले हो गई थी। इसी तरह विशाल पुरवा निवासी दिवंगत नीशू दो भाइयों में बड़ा था। वह पुरवा में स्थित प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पांच का छात्र था। पिता जुगुल ई-रिक्शा चला परिवार का भरण पोषण करते हैं। घटना से मां भूरी समेत अन्य स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
दो वर्षों से दोनों के बीच हो गई थी गहरी दोस्ती
घटना के बाद ग्रामीणों व स्वजन ने बताया कि ज्ञानबाबू के पिता ने दो वर्ष पहले ही विशाल का पुरवा में जमीन खरीदी थी। जहां उसने मवेशी बांधने के लिए झोपड़ी बनाई थी। झोपड़ी बनाने के बाद से वहां ज्ञानबाबू का आना-जाना हो गया था।
झोपड़ी के पास रहने वाले नीशू से उसकी दोस्ती हो गई थी। गहरी दोस्ती होने से वह रोजाना साथ में घूमते व खेलते रहे हैं। इसी वजह से घटना के दिन भी दोनों तालाब साथ नहाने चले गए थे। जहां दोनों दोस्तों की एक साथ मौत हो गई है।
दो दोस्तों की मौत से गांव में रहा दुख का माहौल
विशाल का पुरवा में जैसे ही दोनों दोस्तों की डूबकर मौत होने की जानकारी हुई। दिवंगतों के स्वजन व रिश्तेदारों के अलावा गांव में भी दुख का माहौल बन गया। कई घरों में घटना के बाद चूल्हे नहीं जले। पूरे दिन घटना की ही चर्चा होती रही है।

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