Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बांदा पुलिस को चकमा देकर मेडिकल कॉलेज से भागा हिस्ट्रीशीटर, मुठभेड़ में गोली लगने से घायल

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 09:21 PM (IST)

    बांदा में चोरी के आरोप में जेल भेजा गया उन्नाव का हिस्ट्रीशीटर अतुल सिंह मेडिकल कॉलेज से भाग गया था। पुलिस ने मुठभेड़ में उसे गिरफ्तार कर लिया, उसके प ...और पढ़ें

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, बांदा। चोरी के आरोप में पकड़ कर जेल भेजा गया उन्नाव का हिस्ट्रीशीटर अतुल सिंह रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज से निगरानी में लगे चार हेड कांस्टेबलों को चमका देकर फरार हो गया था। जिसको बाद में 24 घंटे के अंदर एसओजी स्पेशल आपरेशन ग्रुप व कोतवाली नगर की टीम ने मुठभेड़ में सोमवार शाम को गिरफ्तार कर लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुठभेड़ के दौरान उसके दाएं पैर में गोली लगी है। एसपी ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उसके विरुद्ध रायबरेली, उन्नाव, बांदा, कानपुर देहात व अमेठी जनपद के अलग-अलग थानों में अब तक हत्या का प्रयास, गांजा तस्करी, गैंगस्टर आदि धाराओं में 20 मुकदमे दर्ज हैं। वह खुद को भगवंतनगर के विधायक रहे कुलदीप सेंगर का शूटर बताता रहा है। अतुल उन्नाव जनपद के ग्राम मुनऊ खेड़ा का रहने वाला है।

    चिल्ला के पेट्रोल पंप से 26 अगस्त को उसने पांच हजार लीटर डीजल व डेढ़ सौ लीटर पेट्रोल ड्रमों में भरवाया और बिना रुपये दिए कार से भाग निकला था। बाद में उसे दो सितंबर को गिरफ्तार किया गया था।

    पूछताछ के दौरान वह चिल्ला थाने की छत से कूद गया था। उसके बाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया था। प्राथमिक इलाज के बाद तीन सितंबर को उसे मंडल कारागार भेज दिया गया था। जेल के अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। परेशानी बढ़ने पर उसे 17 नवंबर को रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था।

    रविवार रात वह निगरानी ड्यूटी में लगे चार हेड कांस्टेबलों को चकमा देकर फरार हो गया। निगरानी ड्यूटी में लगे चारों हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार, शत्रुघन सिंह, सौरभ यादव, अजय सिंह व फरार आरोपित अतुल सिंह पर अलग- अलग मुकदमा दर्ज किया गया है।

    उसके भागने की जानकारी होते ही निगरानी ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों के हाथ पैर फूल गए। पहले उन्होंने किसी को कुछ जानकारी नहीं दी। खुद उसकी तलाश करते रहे। जब वह नहीं मिला तो हेड कांस्टेबल मुकेश व शत्रुघन ने मामले की लिखित सूचना प्रतिसार निरीक्षक वेलास यादव को दी। इसके बाद एसपी पलाश बंसल ने तुरंत मामले को संज्ञान लेते हुए फरार आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की थी।

    पुलिस टीमें तकनीकी साक्ष्यों, सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस, संभावित स्थानों की नाकेबंदी कर दबिश दे रही थी। मुखबिर की सूचना पर कोतवाली नगर निरीक्षक बलराम सिंह व एसओजी प्रभारी आनंद कुमार की संयुक्त टीम ने शहर कोतवाली के केसीएनआइटी कालेज के पीछे भवानी पुरवा परागी तालाब के पास फरार हिस्ट्रीशीटर बंदी अतुल को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, लेकिन स्वयं को पुलिस से घिरता देख कर आरोपित हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करना शुरू कर दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपित के दाएं पैर में गोली लगने से घायल होकर गिर गया। जिसे पुलिस कर्मियों ने उपचार के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है।

    गिरफ्तार आरोपित के कब्जे से पुलिस टीम ने एक तमंचा, दो कारतूस, व तीन कारतूस के खोखे व 600 रुपये नकद बरामद किए हैं। अस्पताल में घायल आरोपित की स्थिति सामान्य बनी है। फारेंसिक टीम ने मुठभेड़ स्थल से साक्ष्य संकलित किए हैं।