30 नवंबर को बंद हो जाएंगे कोल्ड स्टोरेज, बाराबंकी में 41.97 लाख क्विंटल आलू डंप
बाराबंकी में 30 नवंबर को कोल्ड स्टोरेज बंद हो जाएंगे, लेकिन किसानों का 41.97 लाख क्विंटल आलू अभी भी डंप है। बाजार में नए आलू की आवक से पुराने आलू की मांग कम हो गई है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। कोल्ड स्टोरेज मालिकों ने किसानों को आलू निकालने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।

जागरण संवाददाता, बाराबंकी। आलू बोआई खत्म हो चुकी है। किसानों का आलू कोल्ड स्टोरेज में लगभग 41.97 लाख क्विंटल अभी निकाला नहीं गया है। यह तब है, जब 30 नवंबर में शीतगृह बंद हो जाएंगे। कुछ कोल्ड स्टोरेज में अभी से ही मशीनें बंद कर दी गई हैं, आलू सड़ने लगा है।
जिले के 77 कोल्ड स्टोरेज में छह लाख 99 हजार 356 मीट्रिक टन आलू रखा हुआ था, इसमें 94 प्रतिशत आलू की निकासी हो गई है। छह प्रतिशत आलू डंप है, जो लगभग 41.97 लाख क्विंटल आलू रखा है। भारी मात्रा में आलू डंप है, किसान निकाल नहीं रहे हैं, क्योंकि सात सौ रुपये से भी नीचे लाल आलू का भाव पहुंच चुका है।
कुछ शीतगृहों में मशीनें बंद कर दी गई हैं, जिससे आलू सड़ने की कगार पर पहुंच गया है। 30 नवंबर को सभी कोल्ड स्टोरेज बंद हो जाएंगे। मोहम्मदपुर खाला के अधिकांश कोल्ड स्टोरेज में आलू कम होने के चलते मशीनें बंद हो चुकी हैं।
कोल्ड स्टोरेज मालिकों को नोटिस
देवा : बाजार में नए आलू की आवक ने स्टोरों में भंडारित आलू की मांग कम कर दी है, जिसके चलते आलू के दाम काफी गिर गए हैं। द्वारिका कोल्ड स्टोर सिपहिया के मैनेजर नीरज कुमार बताते है कि अभी 18 हजार पैकेट आलू की निकासी नहीं हुई है। किसानों को निकासी के लिए लगातार कहा जा रहा है।
डायमंड कोल्ड स्टोर के मैनेजर राम शंकर कहते है कि बाजार में नए आलू की आवक तेज होने से पुराने आलू की मांग कम हो गई है, जिससे आलू के रेट आठ सौ तक ही रह गए हैं। अभी करीब 25 हजार पैकेट स्टोर में रखा है। उद्यान विभाग से स्टोर खाली करने की नोटिस भी मिल गई है। सीएस कोल्ड स्टोर में 20 हजार, द्वारिका सलारपुर में 17 हजार सहित अन्य कोल्ड स्टोरों में अभी हजारों बोरी आलू भंडारित है।
- आलू का रकबा : 23,500 हेक्टेयर
- उत्पादन क्षमता अनुमानित : आठ लाख मीट्रिक टन
- कोल्ड स्टोर की संख्या : 77
- आलू की भंडारण क्षमता : 7,69,226 मीट्रिक टन
- आलू भंडारण था : 6,99,356 मीट्रिक टन
- निकासी करीब : 94 प्रतिशत
30 नवंबर को सभी शीतगृह बंद हो जाएंगे। ऐसे में सभी किसान आलू की निकासी कर लें। शीतगृहों में आलू डंप रखने में जोखिम है। अभी आलू सड़ने की कोई प्रकरण सामने नहीं आया है।
एसके सिंह, कोल्ड स्टोरेज प्रभारी, बाराबंकी।

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