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    तीन दिन स्कूल नहीं गया छात्र तो मास्टर साहब पहुंचेंगे घर! यूपी के इस जिले में लागू हुई नई व्यवस्था

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 08:29 AM (IST)

    बाराबंकी में बेसिक शिक्षा परिषद ने स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए नया कदम उठाया है। अब अगर कोई छात्र तीन दिन तक स्कूल नहीं आता है, तो शिक्षक चौथे दिन उसके घर जाकर कारण पता करेंगे और प्रेरणा एप पर जानकारी देंगे। पिछले महीने जिले में छात्रों की औसत उपस्थिति 81.48% थी। अधिकारी त्योहारों के कारण उपस्थिति में आई कमी को जल्द पूरा करने की बात कह रहे हैं।

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    जागरण संवाददाता, बाराबंकी। बेसिक शिक्षा परिषद ने स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाने के लिए पहल की है। इसमें यदि बच्चा तीन दिनों तक स्कूल नहीं जाता है तो चौथे दिन मास्टर साहब घर पहुंचेंगे और छात्र-छात्राओं के न आने का कारण पूछेंगे और स्पष्टीकरण प्रेरणा एप पर फीड करेंगे। पिछले महीने जिले में औसतन 81.48 प्रतिशत छात्र उपस्थिति थी।

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    शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण पोर्टल प्रेरणा एप पर प्रतिदिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति संख्या भरी जा रही है और दोपहर में भोजन करते हुए फोटो भी डाली जा रही है। यह प्रक्रिया प्रत्येक विद्यालयों में संचालित है। जिले के 2318 स्कूलों में पंजीकृत दो लाख 84 हजार 637 बच्चों में से दो लाख 31 हजार 935 छात्र-छात्राएं प्रतिदिन स्कूल आ रहे हैं, जिसका प्रतिशत 81.48 है।

    उपस्थिति बढ़ाने के लिए महानिदेशक शिक्षा ने नया आदेश जारी किया है। निर्देश हैं कि यदि छात्र या छात्रा तीन दिनों तक स्कूल नहीं आते हैं तो शिक्षक चौथे उनके घर पहुंचेंगे। बच्चे का न आने का कारण पूछकर प्रेरणा एप पर अपलोड करेंगे। साथ अभिभावकों को जागरूक भी करेंगे कि वे प्रतिदिन बच्चों को स्कूल जरूर भेजें।

    जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोषदेव पांडेय ने बताया कि बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। त्योहार की वजह से स्कूलों में कुछ छात्र संख्या घटी है, जिसे जल्द ही कवर कर लिया जाएगा।

    उपस्थिति बढ़ाने में पीछे बंकी सिटी और हरख

    जिले में 15 ब्लाक और एक नगर क्षेत्र है। इसमें से बंकी सिटी में 74.89, दरियाबाद में 78.04, हरख में 77.04 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति है। ये ब्लाक जिले में सबसे खराब स्थिति में हैं। वहीं, रामनगर, सूरतगंज और त्रिवेदीगंज में 82 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई है, जिनकी स्थिति ठीक है।