यूपी में फार्मर रजिस्ट्री के लिए कोटेदारों को मिली बड़ी जिम्मेदारी, किसानों को दिया जाएगा गोल्डन कार्ड
उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए फार्मर रजिस्ट्री की जिम्मेदारी कोटेदारों को सौंपी है। इस पहल से किसानों को गोल्डन कार्ड मिलेगा, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। कोटेदार अब किसानों की रजिस्ट्री करेंगे, जिससे प्रक्रिया में तेजी आएगी और किसानों को योजनाओं का लाभ आसानी से मिलेगा।

फार्मर रजिस्ट्री के लिए कोटेदार करेंगे लोगों को जागरूक।
संवाद सूत्र, रामसनेहीघाट (बाराबंकी)। तहसील सभागार में शुक्रवार को कोटेदारों की बैठक आयोजित की गई। उपजिलाधिकारी अनुराग सिंह ने कोटेदारों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कार्ड धारकों और किसानों को फार्मर रजिस्ट्री के बारे में जागरूक करें।
फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से किसानों को एक गोल्डन कार्ड जारी किया जाएगा, जिससे वे विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, फसल बीमा योजना आदि का लाभ आसानी से उठा सकेंगे।
एसडीएम ने कहा कि रजिस्ट्री के बाद किसानों को हर बार योजनाओं के लिए अलग-अलग कागजी कार्रवाई नहीं करनी पड़ेगी, एक ही पोर्टल पर उपलब्ध रहेगी। यह एक डिजिटल पहचान के रूप में काम करेगी, जिससे किसान अपनी योजनाओं की स्थिति ऑनलाइन देख सकेंगे।
उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री जनसेवा केंद्रों के माध्यम से कराई जाएगी और कोटेदारों की जिम्मेदारी होगी कि वे गांवों में जाकर किसानों को प्रेरित करें। इस अवसर पर तहसीलदार शशांक उपाध्याय, नायब तहसीलदार उमेश द्विवेदी व सुधाकर पांडेय मौजूद रहे।

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