Ala Hazrat Urs: परचम कुशाई से आज होगा तीन दिवसीय 107वें उर्स का आगाज, जायरीन की मदद को हेल्पलाइन नंबर जारी
बरेली में इमाम अहमद रजा खां आला हजरत के 107वें उर्स का आगाज परचम कुशाई की रस्म के साथ हुआ। दरगाह और इस्लामियां मैदान में रस्में होंगी। सज्जादानशीन अहसन मियां के नेतृत्व में जुलूस निकाला गया। मजार पर संदल और गुलाब पेश किए गए। जायरीन के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं और वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था की गई है। देश-विदेश से जायरीन बरेली पहुंच रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बरेली। इमाम अहमद रजा खां आला हजरत के तीन दिवसीय 107वें उर्स का सोमवार को परचम कुशाई की रस्म के साथ आगाज हो जाएगा। दरगाह आला हजरत के साथ ही इस्लामियां मैदान और मदरसा जामियातुररजा में उर्स की सभी रस्में अदा की जाएंगीं।
रविवार देर रात दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां, सज्जादानशीन अहसन मियां, अजमेर के गद्दीनाशीन सय्यद सुल्तान उल हसन चिश्ती, सय्यद आसिफ मियां ने गुस्ल के रस्म अदा की। मजार पर संदल, केवड़ा और गुलाब पेश करने के साथ ही पहली चादर आला हजरत के मजार पर पेश की गई। सज्जादानशीन ने खुसुसी दुआ की। दरगाह पर देश विदेश से मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया।
अजमेर शरीफ के संदल, केवड़ा व गुलाब से महकी दरगाह आला हजरत
इस्लामियां कॉलेज मैदान में उर्स दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) की सदारत में होगा। सोमवार रात को तरही नातिया मुशायरा होगा।
इस्लामिया मैदान व मदरसा जामियातुररजा में अदा होंगी उर्स की रस्में
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सज्जादानशीन अहसन मियां की कयादत में परचम का जुलूस आजमनगर में अल्लाह बक्श के निवास से शाम चार बजे निकलेगा, जो दरगाह पर सलामी देगा।
- इसके बाद दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां के नेतृत्व में इस्लामिया मैदान पहुंचेगा, जहां परचम कुशाई की रस्म के साथ उर्स का ऐलान हो जाएगा।
- रात में 10:35 बजे आला हजरत के बड़े बेटे हुज्जातुल इस्लाम के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी।
- इसके बाद नातिया मुशायरा में मुफ्ती आकिल रजवी, मुफ्ती सलीम नूरी, मुफ्ती सय्यद कफील हाशमी, मुफ्ती मोइनुद्दीन, मुफ्ती कलीम उर रहमान कादरी की निगरानी में शुरू होगा।
- मुशायरा का मिसरा तरही 'पीते हैं तिरे दर का खाते हैं तिरे दर का।' और 'हम तो खुद्दार हैं खुद्दारी है शेवाह अपना' होगा।
- देश विदेश के शायर इसी मिसरे पर कलाम पेश करेंगे। मुशायरा देर रात तक जारी रहेगा।
उर्स की सभी रस्में काजी ए हिंदुस्तान असजद रजा खां की सरपरस्ती में होंगीं
मदरसा जामियातुररजा में आला हजरत के उर्स की सभी रस्में काजी ए हिंदुस्तान असजद रजा खां की सरपरस्ती में होंगीं। उर्स प्रभारी सलमान मियां ने बताया कि खानकाहे ताजुश्शरिया में फजर की नमाज के बाद नात व मनकबत होंगीं। इसके बाद मुफसिरे आजम का कुल शरीफ सोमवार सुबह 7:10 बजे होगा। साथ ही उलेमा किराम तकरीर करेंगे। देर रात 10:35 बजे हुज्जातुल इस्लाम का कुल शरीफ होगा।
जायरीन की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
उर्स ए रजवी में शामिल होने देश-विदेश के लाखों जायरीन पहुंचेंगे। जायरीन की मदद के लिए दरगाह की तरफ से 1500 वालिंटियर लगाए गए हैं, जो उनको ठहराने, खान-पान, दरगाह पर हाजिरी लगवाने, ट्रैफिक आदि में मदद करेंगे। दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने जायरीन की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए।
- शाहिद नूरी 9219878651
- अजमल नूरी 8077909456
- परवेज नूरी 9259213602
- नासिर कुरैशी 9897556434
- औररंगजेब नूरी 9219722092
- ताहिर अल्वी 9219725692
- मंजूर रजा 9258545113
- अब्दुल माजिद 9675315738
उर्स के लिए वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था
उर्स के लिए वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था की गई, जिससे जायरीन को दिक्कत न हो। इधर, उर्स ए रजवी में शामिल होने के लिए साउथ अफ्रिका, मारीशस, नेपाल, केरल, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान, झारखंड, गोवा, कर्नाटक के अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से जायरीन उर्स में शिरकत के लिए बरेली पहुंच चुके हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।