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    आखिर क्या है कारण? जो अखिलेश यादव ने मौलाना तौकीर रजा से बनाई दूरी

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 09:35 AM (IST)

    अखिलेश यादव पर 'उपद्रवियों' के प्रति सहानुभूति और मौलाना तौकीर रजा से दूरी बनाने के आरोप लग रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि सपा दंगाइयों का समर्थन कर रही है। अखिलेश ने मौलाना से किनारा कर लिया है, जिसे पार्टी की छवि सुधारने का प्रयास माना जा रहा है।

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    समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं अखिलेश यादव।

    पीयूष दुबे, बरेली। शहर में 27 सितंबर को जुमे की नमाज अदा करने के बाद जब अधिकांश शांतिप्रिय लोग घरों को लौट गए तो आएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा व उनके साथियों के उकसाने पर उपद्रवियों ने बवाल किया। पुलिस पर पत्थर फेंके, पेट्रोल बम फेंके और फायरिंग की। इसके बाद योगी की पुलिस ने कार्रवाई शुरू की तो ताबड़तोड़ तरीके से लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई।

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    पुलिस ने जिन उपद्रवियों के विरुद्ध कार्रवाई की, उनको निर्दोष व पीड़ित बताते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनसे मिलने की इच्छा जताई। लेकिन पूरे मामले में आएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा का नाम तक जुबां पर लाने से परहेज किया।

     

    सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के जाने के बाद पार्टी पदाधिकारियों ने उपद्रवियों को बताया था पीड़ित


    समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव का बुधवार को बरेली सिविल एयरपोर्ट पर चेंजओवर हुआ था। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सिविल एयरपोर्ट पर वायुयान से उतरकर रामपुर कार से जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन के दबाव में सपा सुप्रीमो को रास्ता बदलना पड़ा। प्रशासन के दबाव में सपा सुप्रीमो एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकल सके। रामपुर से लौटने पर 18 लोगों को एयरपोर्ट पर उनसे मिलने भेजा गया।

     

    प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने की कही बात

     

    अखिलेश यादव के निर्देश पर वार्ता में सपा के प्रदेश महासचिव व बहेड़ी विधायक अताउर रहमान ने कहा था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रशासन की अनुमति न मिली, जिससे वे पीड़ितों से नहीं मिल सके। प्रशासन जब कहेगा तब राष्ट्रीय अध्यक्ष जरूर मिलेंगे। वह नवंबर में होने वाली पीडीए पंचायत में शामिल होंगे। अखिलेश यादव के हवाले से उन्होंने कहा कि बरेली में जो हुआ, उसमें निर्दोष लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई, उनको न्याय मिलना चाहिए।

     

    सपा नेताओं ने उपद्रवियों के नाम पर निर्दोष लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने का लगाया था आरोप

     

    सपा प्रतिनिधिमंडल के सांसदों, विधायकों व अन्य पदाधिकारियों को रोक दिया गया। जिले में कुछ कार्रवाई ऐसी हुई हैं, जो कुछ गड़बड़ है, जिसे छिपाया जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम के सरगना मौलाना तौकीर रजा के बारे में पूछे गए सवाल पर सपाइयों ने चुप्पी साध ली, जिससे स्पष्ट है कि सपा ने मौलाना तौकीर रजा से किनारा करके दूरी बनाना ही बेहतर समझा, जबकि पुलिस की ओर से उपद्रवी घोषित किए गए लोगों को सपा पीड़ित बताकर प्रकरण निष्पक्ष जांच कराने की मांग करी है।




    विधायकी के टिकट के कई दावेदारों को सिविल एयरपोर्ट में नहीं मिला प्रवेश

     

    सपा सुप्रीमो के आगमन पर एयरपोर्ट में प्रवेश न कर पाने वाले युवा नेता भी खुद टिकट का दावेदार मान रहे हैं। सिविल एयरपोर्ट के जिन 18 लोगों के पास बनाए गए उनके अलावा बड़ी संख्या में ऐसे पदाधिकारी बाहर खड़े रहे जो खुद को टिकट का दावेदार मान रहे। ऐसे में उनको टिकट की मिलने की उम्मीद को सहजता से समझा जा सकता है।


    समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि मैं पीड़ितों से मिलना चाहता था, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। प्रशासन अनुमति देगा तो मैं पीड़ितों से मिलने आऊंगा। कई निर्दोषों लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। जांच के बाद ही किसी पर कार्रवाई की जाए। जिले में पीडीए पंचायत का आयोजन किया जाएगा। - अताउर रहमान, प्रदेश महासचिव सपा व बहेड़ी विधायक