विदेशी नंबर पर देशी जबान में होती थी बातचीत, वॉट्सऐप चैट देख हैरत में पड़ गई पुलिस… सामने आई करतूत
बरेली में पुलिस ने दो अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया है जो पुर्तगाल फ्रांस जैसे विदेशी नंबरों से वॉट्सऐप के माध्यम से अफीम की तस्करी कर रहे थे। आरोपियों के मोबाइल में विदेशी नंबरों से बने वॉट्सऐप अकाउंट मिले जिनसे हिंदी में चैट होती थी। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह के सदस्य भारत में ही कहीं बैठकर डील कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, बरेली। पुर्तगाल, फ्रांस, रोमानिया, सऊदी अरब जैसे देशों के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर फरीदपुर में बैठे तस्कर अफीम की तस्करी को अंजाम दे रहे थे। विदेश के नंबरों से आरोपियों ने वॉट्सऐप अकाउंट बनाए और उन्हीं के माध्यम से डील होती थी।
पुलिस ने दो आरोपियों को तीन किलो अफीम के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आखिर इनके पास यह नंबर कहां से आए इसकी जांच की जा रही है। एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने इसकी जांच के लिए साइबर टीम की भी मदद मांगी है।
यह है पूरा मामला
सोमवार को फरीदपुर पुलिस को सूचना मिली कि राजमहल होटल के पास से दो अफीम तस्करों उसे बेचने की फिराक में खड़े हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से तीन किलो अफीम बरामद की।
पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम फरीदपुर के मुहल्ला भूरे खां गोटिया निवासी फिरोज और इमरान बताया। पुलिस ने जब दोनों की तलाशी ली और उनके मोबाइल खंगाले तो चौंकाने वाले राजफाश हुए।
आरोपित फिरोज के मोबाइल में पुर्तगाल के नंबर से वॉट्सऐप अकाउंट लॉगिन था, जिससे उसकी फ्रांस, रोमानिया, सऊदी अरब, यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड स्टेट आदि देशों के मोबाइल नंबर पर बात हो रही थी। उन्हीं नंबरों पर अफीम की डील होती थी, जिसे जितनी भी अफीम चाहिए होती वह उसे डिलीवरी करते थे।
हैरत की बात यह थी कि पुलिस ने जब चैट पर गौर किया तो पता चला कि सभी चैट हिंदी में हो रही थीं। इससे पुलिस को यह यकीन हो गया कि इस गैंग के सभी सदस्य भारतीय हैं और भारत के ही किसी कोने में बैठकर डील कर रहे हैं।
पुलिस ने इन नंबरों की जांच के लिए साइबर टीम की भी मदद ली है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि आखिर यह नंबर कहां से चलाए जा रहे थे।
पुलिस का कहना है कि इस मामले से जुड़े सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। पुलिस का कहना है कि इन नंबरों को आसानी से ट्रेस नहीं किया जा सकता शायद इसीलिए आरोपित इनका इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस ने उनके पास से एक लग्जरी कार, एक मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन बरामद किए।
कहां से आए विदेश के नंबर, जल्द होगा राजफाश
एसपी साउथ अंशिका वर्मा का कहना है कि, वॉट्सऐप लॉगइन करने के लिए केवल ओटीपी की जरूरत होती है। ऐसे में दो या तीन तरीके ही हैं, जिससे आरोपित विदेश के नंबरों से वॉट्सऐप चला रहे हों।
पहला आरोपियों ने किसी भी तरह से फिजिकल सिम खरीदा या किसी से लिया हो। दूसरा तरीका इन्होंने नंबर के उपभोक्ता से उसका ओटीपी लिया हो और तीसरा तरीका ई-सिम का है। जो ऑनलाइन मिलती है। आरोपियों ने इसमें से किस तरीके आ इस्तेमाल किया। इसकी जांच जारी है। जल्द ही पूरी घटना का राजफाश किया जाएगा।
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