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    अपराधियों की खैर नहीं! गांव-गांव में लगे कैमरों का डाटा ICCC में होगा संग्रहित, पुलिस-प्रशासन ने बनाई नई योजना

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 05:30 AM (IST)

    डाटा संरक्षण और बैकअप: शहर की तर्ज पर अब गांवों में भी सख्त पहरा। ग्रामीण कैमरों का डाटा अब ICCC में होगा सुरक्षित। आपात स्थिति में भी डाटा नष्ट नहीं होगा क्योंकि इसका क्लाउड सेंटर गुरुग्राम में है। यह कदम बरेली की 'स्मार्ट' सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती देगा।

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    नीलेश प्रताप सिंह, बरेली। शहर में अपराध नियंत्रण और आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के साथ अब ग्रामीण क्षेत्र की सुरक्षा पर फोकस तेज कर दिया गया है। अब शहर की तरह ही ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस-प्रशासन की ओर से लग रहे कैमरों का डाटा आइसीसीसी में संरक्षित करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए अधिकारियों की ओर मंथन किया जा रहा है।

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    शहर की सुरक्षा संग नगर निगम की आय को समृद्ध करने के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत नगर निगम में आइसीसीसी (इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर) की स्थापना की गई है। इसके तहत शहर में 1200 से अधिक कैमरे लगाकर दिन-रात हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा रही है।

    साथ ही सेफ-सिटी के तहत सरकारी, निजी संस्थान-प्रतिष्ठान में लगे शहरी क्षेत्र के 18 हजार और कैमरों को भी जोड़ा गया है। जिसके जरिए आपातकालीन परिस्थितियों में संबंधित क्षेत्र में लगे कैमरों के जरिए एक-एक गतिविधियों पर तुंरत नजर दौड़ाई जा रही। साथ ही आटोमैटिक चालान, यातायात नियंत्रण, आटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर, इमरजेंसी काल बाक्स के जरिए आमजन को भी सुरक्षित सफर के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से सुरक्षा के साथ आमदनी का जरिया भी बनाने के लिए भी मंथन चल रहा है।

    इन सबके बीच ग्रामीण थानाक्षेत्रों में लगे सरकारी व निजी संस्थान-प्रतिष्ठानों के कैमरों को नगर निगम में बने आइसीसीसी से जोड़ने की कवायद शुरु हो गई है। अधिकारियों के अनुसार सबकुछ ठीक रहा तो नए वर्ष में इन कैमरों का डाटा भी आइसीसीसी में ही संग्रहित किया जाने लगेगा। गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 163.32 करोड़ रुपये से आइसीसीसी की स्थापना की गई है। इसमें 137 से अधिक स्थानों पर सर्विलांस सिस्टम, 23 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम (पीएसी) और 16 स्थानों पर डिजिटल एलईडी स्क्रीन भी लगाए गए हैं।

    गुरुग्राम में है आइसीसीसी का क्लाउड सेंटर

    स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के अनुसार आइसीसीसी का क्लाउड सेंटर गुरुग्राम में है। अगर किसी भी आपदा की स्थिति (आग लगने, भूकंप आने) में यहां के डाटा नष्ट होते हैं तो गुरुग्राम के क्लाउड सेंटर से डाटा को मेनटेन रखने के साथ बैकअप किया जा सकता है। आइसीसीसी में लगे उपकरण अमेरिका, कनाडा व भारत से निर्मित हैं।

     

    आइसीसीसी से आय के लिए विशेषज्ञों की ओर से मंथन किया जा रहा है। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र के कैमरों का डाटा संरक्षित करने के लिए भी विमर्श चल रहा।

    - संजीव कुमार मौर्य, सीईओ स्मार्ट सिटी


    शहर के साथ गांव की हर आंतरिक व बाहरी सुरक्षा पर फोकस किया जा रहा है। इसको देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में लगे कैमरों को भी डाटा इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में सुरक्षित करने पर काम किया जा रहा है।

    - अकमल खान, एसपी यातायात


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