माटी के शिल्पकार : आइये, मिलकर इनकी दीवाली भी करें रोशन, ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के दीये खरीदें
Craftsmen of Soil आपका घर आंगन खुशियों से महके इसलिए इस बार दीयों को रंगों में रंग के बेच रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मिट्टी की गाड़ी महंगी हो गई है।दीयों को बनाने में बहुत मेहनत लगती है लेकिन दीयों के दाम नहीं बढ़े हैं।

बरेली, जेएनएन। Craftsmen of Soil : आपका घर आंगन खुशियों से महके इसलिए इस बार दीयों को रंगों में रंग के बेच रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मिट्टी की गाड़ी महंगी हो गई है। इसके बाद दीयों को बनाने में बहुत मेहनत लगती है लेकिन, दीयों के दाम नहीं बढ़े हैं। आपकी खरीदारी से हमारे घर भी दीपावली मनेगी। यह कहना था शनिवार को श्यामगंज बाजार में बुजुर्ग बीना देवी का। उन्होंने बताया कि खरीदार तो आ रहे हैं मगर, अभी फिलहाल कीमत ही पूछ रहे हैं। वे दीये और मूर्तियां खरीदना शुरू करें तो हम भी अपने त्योहार की तैयारी में लगें। वहीं दूसरी ओर शहर में महिला संगठन और एनजीओ की महिलाओं ने मिट्टी के दीयों से अपना घर रोशन करने के साथ ही कुंभकारों को त्योहार मनाने का संकल्प लिया है।
इनरव्हील क्लब आफ मरकरी की अध्यक्ष रचना सक्सेना का कहना है कि अभी दीपावली के लिए ज्यादा खरीदारी नहीं की है पर अब मिट्टी के दीये खरीदने हैं ताकि कुंभकार अपने त्योहार के लिए तैयारी कर सकें। भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष प्रतिक्षा शर्मा ने बताया कि हम हर साल मिट्टी के दीयों से ही अपना घर जगमगाते हैं। इससे जहां हमारे घर की रोशनी में चार चांद लगते तो वहीं कुंभकारों को भी सहारा मिलता है।
राबिन हुड आर्मी की बंदिता शर्मा का कहना है कि त्योहार आने के कई महीने पहले से कुंभकार को दीये व मूर्ति ज्यादा संख्या में बिकने की उम्मीद होती है। ताकि उनकी दीवाली भी खास हो। इसके लिए हमें आगे आना होगा। शशि वेल्फेयर सोसायटी की संस्थापिका राशि पाराशरी का कहना है कि हर साल मिट्टी के दीयों से ही घर रोशन करते हैं साथ ही अपने साथियों से भी मिट्टी के दीयों की खरीरदारी करने की अपील करते हैं। अब खरीदारी शुरु करेंगे।
आइडब्ल्यूसी सेंट्रल की अध्यक्ष रेनू आनंद ने बताया कि असल, में दीवाली पर घर को रोशन करने की महत्व मिट्टी के दीयों से ही। इसलिए खुद इसे खरीदने के साथ ही आसपास के लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं। इनरव्हीन क्लब आफ साउथ की सदस्य शमा गुप्ता का कहना है कि दीपावली के लिए दीये और मूर्ति को छोड़ लगभग सभी तैयारी कर ली है। लेकिन, अब सिर्फ इन्हीं की खरीदारी करनी है। उसमें भी मिट्टी के दीयों की।
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