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    रुहेलखंड विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार को मिलेगा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 08:11 PM (IST)

    रुहेलखंड विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने शिक्षा और समाज में उनके योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान देने का निर्णय लिया है। दीक्षा समारोह की तैयारियां ज़ोरों पर हैं।

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    जागरण संवाददाता, बरेली। रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन 13 नवंबर को होने वाले अपने 23वें दीक्षा समारोह में पूर्व छात्र रहे झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान करेगा। विवि में गुरुवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया, वहीं स्नातक-परास्नातक के 93 मेधावियों की सूची भी जारी हुई।

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    इस बार 111 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की जाएगी। छात्रावासों के नाम बदलने और बेस्ट रिसर्चर अवार्ड देने की घोषणा भी की गई। विवि में कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कार्यपरिषद ने नई परंपरा 'लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड' शुरू करने का फैसला लिया है।

    इस अवार्ड के तहत शिक्षा, शोध और सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों और पूर्व छात्रों को सम्मानित किया जाएगा। इसी कड़ी में दीक्षा समारोह में विवि के पूर्व छात्र रहे झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया जाएगा। कार्यपरिषद में उपस्थित लोगों ने कहा, संतोष गंगवार का विवि के गठन में अहम योगदान रहा है।

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    आठ नवंबर दोपहर 12 बजे तक दर्ज होंगी आपत्तियां

    समारोह में 111 शोध छात्रों को उनके शोध की उपाधि प्रदान की जाएगी। विभिन्न विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 93 छात्र-छात्राओं को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल स्वर्ण पदक से सम्मानित करेंगी। मेधावी सूची विद्यार्थियों को रिकार्ड के अनुसार तैयार की गई है। इस पर दो दिनों के अंदर आपत्ति दर्ज कराई जा सकेगी, जिसके तहत छात्र-छात्राएं आठ नवंबर को दोपहर 12 बजे तक आपत्ति कर सकते हैं। यह सूची विवि की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दी गई है।

    मुख्य छात्रावास का नाम हुआ 'अरावली छात्रावास'

    बैठक में छात्रावासों के नाम बदलने का निर्णय लिया गया। मुख्य छात्रावास का नाम अब 'अरावली छात्रावास', न्यू ब्वायज छात्रावास का 'नीलगिरी छात्रावास' और पीजी छात्रावास का 'मानसरोवर छात्रावास' रखा गया है। इसके अलावा 'बेस्ट रिसर्चर अवार्ड' शुरू करने की भी घोषणा की गई, जिसकी नीति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नियमों के अनुरूप तैयार की गई है। इन सभी निर्णयों को कार्य परिषद की ओर से अनुमोदित किया गया है।

    विद्यार्थी दे सकेंगे पांचाल संग्रहालय की जानकारी

    विश्वविद्यालय के सात शिक्षकों की पदोन्नति को मंजूरी दी गई। कृषि संकाय में पदों का सृजन कर नियुक्ति की प्रक्रिया को अनुमोदित किया गया। प्रोफेसर आफ प्रैक्टिस के तहत सात नए शिक्षकों की नियुक्ति को मंजूरी दी गई। इतिहास विभाग में 'एक्सपीरियंशियल लर्निंग ग्रुप' के संचालन की अनुमति भी दी गई।

    इस समूह से जुड़े छात्र अब विश्वविद्यालय के पांचाल संग्रहालय से सीधे जुड़कर आगंतुकों को जानकारी प्रदान करेंगे।। इस दौरान नामित गवर्नर घनश्याम खंडेलवाल, प्रो. रजनी रंजन, कुलसचिव हरिश्चंद, वित्त अधिकारी विनोद कुमार, प्रो. श्याम बिहारी लाल, प्रो. विजय बहादुर यादव, प्रो. विनय ऋषिवाल, डा. रामकेवल, प्रो. उपेंद्र कुमार, डा. विमल कुमार आदि उपस्थित रहे।