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    हाईवे का 'साइड इफेक्ट': निर्माण सामग्री ढुलाई से 6 स्थानीय सड़कें ध्वस्त, मरम्मत के लिए NHAI ने खड़े किए हाथ

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 09:52 PM (IST)

    NHAI द्वारा हाईवे निर्माण में 6 स्थानीय सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं, पर मरम्मत के लिए बजट का प्रावधान नहीं है। मंडलायुक्त की समीक्षा बैठक में PWD ने यह मुद्दा उठाया। अधिकारियों को वर्षा काल से पहले निर्माण पूरा कर हैंडओवर करने के निर्देश दिए गए।

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, बरेली। एनएचएआइ, लोक निर्माण विभाग, आरईएस, सिंचाई विभाग समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में मंडलायुक्त भूपेंद्र एस चौधरी ने निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्माणाधीन सड़कों की चल रही जांच को शीघ्र पूरा कराकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।

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    पीडब्ल्यूडी के अभियंता ने मुद्दा उठाया कि एनएचएआइ द्वारा हाईवे का निर्माण कराया जा रहा है, जिसकी वजह से स्थानीय सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं, लेकिन उनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है। मंडलायुक्त ने पिछले दिनों भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सदस्य प्रशासन विशाल चौहान के दौरे के समय हुई बैठक में बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर में लंबित मार्गों के निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी ली।

    अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी वर्षा काल आरंभ होने से पहले निर्माण पूरा कराकर संबंधित विभाग को हैंडओवर करा दें। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में निर्मित सड़कों की जांच के बारे में जानकारी की, बताया गया कि जांच पूरी हो चुकी है। रिपोर्ट भी प्रेषित की जा चुकी है। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को तीन सड़कों की जांच के निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग पीलीभीत के अभियंता ने मुद्दा उठाया कि एनएचएआइ द्वारा हाईवे का निर्माण कराया जा रहा है।

    निर्माण सामग्री की ढुलाई स्थानीय मार्गों से हो रही है, जिससे छह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इनका मरम्मत नहीं कराया जा रहा है। इस पर एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने अवगत कराया कि इसके लिए परियोजना में बजट का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। सिटी स्टेशन रोड की आयुक्त ने जानकारी ली तो लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अभियंता ने अवगत कराया कि नगर निगम ने इसके लिए पांच करोड़ रुपये बजट की व्यवस्था कराई है।

    निर्माण कार्य आरंभ कराने के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। मंडलायुक्त ने कहा कि जब तक निर्माण नहीं होता, तब तक इस रोड के गड्ढ़े भरवा दिए जाएं ताकि वाहनों के आवागमन में कोई परेशानी नहीं होने पाए। बैठक में सीडीओ देवयानी, एनएचएआइ के परियोजना निदेशक नवरत्न, पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता भगत सिंह समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

     

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