बाल काटने वाला नटवर लाल नौशाद: केरल में सीखा लड़कियां फंसाने का तरीका, फोन में मिले कई लड़कियों के अश्लील वीडियो
Bareilly Crime News Update नौशाद आठवीं पास है उसने केरल में लड़कियों को फंसाने का तरीका सीखा ये बात पुलिस को बताई। उसका दिमाग भी बेहद शातिर है। पुलिस को उसके मोबाइल की हर एप पर लॉक मिला और सभी का पासवर्ड भी अलग था। चीजें छिपाने को अलग तरह की एप्लीकेशन का इस्तेमाल करता था। पुलिस ने नौशाद और उसके दोस्त को जेल भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, बरेली। नौशाद सिर्फ आठवीं पास हैं और केरल में बाल काटने का काम करता है। आरोपित नटवरलाल इतना बढ़ा कि हिंदू नाम से आधार कार्ड और इंस्टाग्राम आईडी बनाकर लड़कियों को चंद दिनों में ही फंसा लेता। पुलिस को उसके फोन से एक दो नहीं बल्कि हजारों लड़कियों की चैट और कई लड़कियों की अश्लील वीडियो काल की स्क्रीन रिकार्डिंग मिली।
बताया जा रहा है कि आरोपित यह सब केरल में जाने के बाद सीखा। वहां से आने के बाद उसने शहर की लड़कियों को ढूंढ-ढूंढकर अपना शिकार बनाना शुरू किया। शहर की कई लड़कियों की भी आरोपितों ने वीडियो रिकॉर्ड कर रखी हैं। इसी तरह के अश्लील वीडियो अमान के फोन से भी पुलिस को मिले हैं।
आरोपित के पास मिलीं वीडियो
दोनों आरोपित नौशाद और अमान मूल रूप से इज्जतनगर थाने के परतापुर निवासी हैं। उनके सभी आधार कार्ड भी इसी पते के बने हैं, लेकिन उनके नाम अलग-अलग हैं। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों के मोबाइल फारेंसिक जांच को भेजे हैं। जिससे यह पता चला कि उससे आरोपितों ने पहले कितनी लड़कियों के साथ वीडियो काल की? और क्या-क्या डाटा डिलीट किया है? आरोपित के पास से बरामद काफी चीजें उनकी भूमिका को संदिग्ध बना रही हैं। साथ ही कई सवाल भी खड़े कर रही हैं। इसके अलावा दोनों के पास से चार सिम कार्ड मिले इसमें से तीन नौशाद के पास और एक अमान के पास मिला है।
दो ही सिमकार्ड का इस्तेमाल करता था नौशाद
पुलिस के मुताबिक, नौशाद सामान्य तौर पर दो ही सिमकार्ड का इस्तेमाल करता है। मगर एक सिम कार्ड जो उसकी जेब से मिला उसका इस्तेमाल कुछ ही कॉल करने के लिए किया जाता है। अब ऐसे में सवाल यह है कि आखिर वह कुछ ही कॉल आरोपित कहां और किससे करता है? इसके लिए पुलिस ने दोनों आरोपितों की चारों सिम कार्ड की डिटेल निकलवाई है। जिससे स्थिति और भी स्पष्ट हो सके।
केरल से ट्रेनिंग लेने का शक
आरोपित केरल में रहकर काम करता है। वहां पर लव जिहाद से संबंधित तमाम मामले सामने आते हैं। ऐसे में पुलिस को यह भी शक है कि कहीं, आरोपित केरल में ही तो किसी संगठन आदि के संपर्क में नहीं हैं जो उसे ट्रेनिंग दे रहा है। हालांकि, अभी इस बारे में पुलिस को और भी गहर पूछताछ और जांच करने की जरूरत है। उसी के बाद इसकी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
अन्य दो आरोपितों का चालान कर छोड़ा
पुलिस ने बताया कि जिस दिन नौशाद और अमान को पकड़ा था। उसी दिन इनके साथी सावेश और अफसान को भी पकड़ा था। मगर इन दोनों से पूछताछ में पता चला कि जिस दिन सड़क पर आरोपितों को सभी लोग घेरे खड़े थे। उस दिन वह भी वहां से गुजर रहे थे। अपने पड़ोस के रहने वाले दोनों को पिटते हुए देखा तो वह भी वहां पर चले गए। इसलिए लोगों ने उनकी भी पिटाई कर दी।
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पुलिस की पूछताछ में दोनों की बातों और मोबाइल आदि में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। इसलिए दोनों का केवल चालान करके छोड़ दिया गया है। यदि उनकी भूमिका विवेचना के दौरान सामने आती है तो दोनों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
शातिर है नौशाद, हर एप पर लगाया लॉक
नौशाद का दिमाग कितना शातिर था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने अपने मोबाइल की हर एप्लीकेशन पर लॉक लगाया था। हैरत की बात यह है कि सभी लॉक का पिन भी अगल-अलग था जिससे यदि किसी को एक पिन पता चल भी जाए तो बाकी की एप फिर भी न खोल सके। आखिर नौशाद ने इतने पासवर्ड याद कैसे रखता है। यह सोचकर पुलिस भी हैरान हैं।
कक्षा आठ तक पढ़ा है नौशाद
नौशाद ने तो फिर भी कक्षा आठ तक पढ़ाई की है, लेकिन उसका साथी बिल्कुल अंगूठा टेक है। मेहनत मजदूरी करके ही अपनी गुजर बसर करता है लेकिन, हिंदू लड़कियों को फंसाने का पाठ उन्होंने भली भांति पढ़ा हुआ है। आरोपितों की इंस्टाग्राम आइडी देखकर कोई भी यह नहीं पहचान पाएगा कि आरोपित पढ़े लिखे नहीं हैं। उन्होंने लड़कियों को रिझाने के लिए चुनिंदा फोटो पोस्ट किए हैं। पुलिस ने जब आरोपितों को पकड़ा और उनके फोन को खंगालना शुरू किया तो एक के बाद एक राज खुलते गए।
पिन के बाद खुलती थी छिपी एप
नौशाद ने अपने फोन में कैल्क्यूलेटर नाम की एक एप्लीकेशन को इंस्टाल किया हुआ था। उस एप्लीकेशन को ऊपर से देखने पर वह सामान्य कैल्क्यूलेटर ही दिखाई दे रही थी मगर जब उसमें पिन डाला जाता तो उसके पीछे छिपाई गई सभी एप्लीकेशन खुल जाती। पुलिस ने जब चेक किया तो उसमें व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसी कई एप थीं जिन्हें आरोपित ने सभी से छिपाकर रखा था। इसी एप की गैलरी में कई स्क्रीन रिकॉर्डिंग भी थीं।
पासवर्ड भी सब एप के अलग
पुलिस के अनुसार, आरोपित ने हर एप पर एक नया पासवर्ड लगाया हुआ था। पूछने पर पता चला कि यदि कोई एक पासवर्ड किसी भी तरह से पता कर भी ले तो वह अन्य चीजों तक न पहुंच पाए। आरोपितों की यह भूमिका देख वह काफी संदिग्ध हो चुके हैं। उनकी जांच की जा रही है।
अमान के फोन से मिली कई अश्लील वीडियो नौशाद के फोन से स्क्रीन रिकॉर्डिंग मिली, लेकिन अमान के फोन से कई अश्लील वीडियो हैं जिसमें वह खुद भी दिखाई दे रहा है। पुलिस ने सभी वीडियो को सुरक्षित कर लिया है।