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    UP Government बनाएगी गिद्धों के लिए माहौल, बरेली, पीलीभीत सहित बदलेगी 14 शहरों की आबोहवा

    By Ravi MishraEdited By:
    Updated: Thu, 01 Sep 2022 03:42 PM (IST)

    UP Government Vulture Conservation News यूपी में गिद्धों के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार जल्द ही बरेली पीलीभीत सहित प्रदेश के 14 शहरों की आबोहवा बदलेगी। इसके साथ ही यह 14 शहर अब गिद्धों के ठिकानों के लिए भी पहचाने जाएंगे।

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    UP Government बनाएगी गिद्धों के लिए माहौल, बरेली, पीलीभीत सहित बदलेगी 14 शहरों की आबोहवा

    बरेली, अंकित शुक्ला। UP Government Vulture Conservation News : गिद्धराज के लिए तराई के क्षेत्रों में सुरक्षित ठिकाना बनाया जाएगा। इसके लिए तराई के 14 जिलों को चिन्हित किया गया है। यहां पर गिद्धों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जाएगा, जिससे यहां गिद्धों की संख्या बढ़े। उनकी मौजूदगी यहां के आबोहवा को शुद्ध करेगी। प्रदेश सरकार का यह प्रयास यहां रहने वाले लोगों के लिए किसी बड़ी सौगात से कम नहीं होगा।

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    प्रदेश सरकार की तैयारी है कि संरक्षण केंद्र के साथ-साथ यह तराई गिद्धों के सुरक्षित ठिकाने के रूप में जानी जाए। रुहेलखंड जोन के बरेली, पीलीभीत व बिजनौर जिले को इसमें चयनित किया गया है। वन विभाग द्वारा पीलीभीत व बिजनौर में इसके लिए जगह का भी चयन कर लिया गया है। अधिकारी केवल अब कार्य को आगे बढ़ाने के लिए फंड व गाइडलाइन का इंतजार कर रहे हैं।

    एक बार में 130 किलोमीटर तक की उड़ान भरता है गिद्ध

    पर्यावरण संतुलन में गिद्ध की भूमिका अहम है, लेकिन वर्तमान समय में इनकी संख्या तेजी से कम होती जा रही है। गिद्ध एक बार में 130 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकते हैं। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि तराई के इस बेल्ट को उनके लिए सेफ जोन बनाया जाए। ताकि यहां उनका वंश बढ़े और वह यहां की आबोहवा को दुरुस्त करें।

    इन जिलों का किया गया है चयन

     बरेली, पीलीभीत, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, गोंडा, महराजगंज, कुशीनगर, बस्ती, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती को चिन्हित किया गया है।

    गिद्धों के सुरक्षित ठिकाने के रूप में जाना जाएगा तराई का क्षेत्र

    प्रदेश सरकार की तैयारी है कि संरक्षण केंद्र के साथ-साथ यह तराई गिद्धों के सुरक्षित ठिकाने के रूप में जानी जाए। सरकार की मंशा को ध्यान में रखते हुए वन विभाग, कृषि विभाग, पशु पालन विभाग व बांबे नेचर हिस्ट्री सोसायटी (बीएनएचएस) के वैज्ञानिक योजना बना रहे हैं।

    मुख्य वन संरक्षक रुहेलखंड जोन ललित कुमार वर्मा ने बताया कि गिद्धों को अनुकूल माहौल देने के लिए हमें खेती में रासायनों का उपयोग कम करके प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना होगा। यह न सिर्फ गिद्ध के लिए उपयोगी होगी, बल्कि प्राकृतिक खेती की उपज से लोग सेहतमंद होंगे।

    गिद्ध संरक्षण के लिए प्रदेश के 14 जिलों का चयन किया गया है। इसमें रुहेलखंड जोन के तीन जिले बरेली, पीलीभीत व बिजनौर शामिल है। गिद्ध संरक्षण केंद्र के लिए शासन की गाइडलाइन के तहत कार्य किया जाएगा। - ललित कुमार वर्मा, मुख्य वन संरक्षक

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