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    फैक्ट्री से चार क्विंटल मिलावटी पनीर बरामद, तेल-बूंदी को किया गया जब्त

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 11:15 AM (IST)

    बस्ती में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक डेरी पर छापा मारकर चार क्विंटल मिलावटी पनीर जब्त किया। तेल और बूंदी भी बरामद हुई। पनीर को नष्ट कर दिया गया है और नमूना जांच के लिए भेजा गया है। फैक्ट्री में गंदगी के बीच पनीर बनाया जा रहा था। विभाग मिलावटखोरों पर अंकुश लगाने में नाकाम दिख रहा है।

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    पिकौरा शिव गुलाम स्थित फैक्ट्री से बरामद तेल व बूंदी की बोरी। सौ. स्वयं

    जागरण संवाददाता, बस्ती। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को गुरुवार को छापेमारी के दौरान बड़ी सफलता मिली है। टीम ने चार क्विंटल मिलावटी पनीर पकड़ा है। इसके साथ ही तेल व बूंदी भी बरामद हुई है। विभाग इस जब्त कर लिया है। वहीं पनीर को नष्ट करा दिया है। जांच के लिए नमूना भी लिया गया है।

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    सहायक आयुक्त खाद्य विनीत पांडेय की अगुवाई में जिला अभिहित अधिकारी चित रंजन कुमार पूरी टीम के साथ मालवीय रोड पहुंचे। यहां पिकौरा शिवगुलाम में एक डेरी पर छापेमारी की गई। जहां संचालित पनीर की फैक्ट्री में मिलावटी चार क्विंटल पनीर बरामद किया गया।

    वहीं तेल के साथ चार बोरी बूंदी भी बरामद की गई। विभाग ने इसे जब्त कर लिया है। पनीर को वहीं नष्ट करा दिया गया। जांच के लिए सैंपल भी लिया गया है। जिला अभिहित अधिकारी ने बताया कि एक सूचना के आधार पर खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी की।

    बड़ी मात्रा में मिलावटी पनीर बरामद हुआ है। जहां पनीर बनाया जा रहा था वहीं गंदगी फैली हुई थी। इसलिए पनीर का नमूना लेते हुए उसे नष्ट करा दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

    कहा कि फैक्ट्री के पास पनीर बनाने का लाइसेंस था, लेकिन वह बूंदी भी बनाने का कार्य करते मिला। इस दौरान मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनिल कुमार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अंकिता सहित अन्य मौजूद रहे।

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    मिलावटी पनीर व खोवे का चलता है खेल, विभाग अंकुश लगाने में फेल
    मिलावट पनीर व खोवे का खेल जिले में चलता है। मिलावट खोरों पर अंकुश लगाने में विभाग फेल नजर आता है। मिलावटी खोवा व पनीर की आवक बाजार में रहती है। खाद्य सुरक्षा विभाग अभियान चलता है, लेकिन मिलावट खोरों पर पूर्णत: अंकुश लगाने में सफलता नहींं मिलती है। यही कारण है कि मिलावट खोरों अपना कारोबार धड़ल्ले से करते हैं। कुछ जगहों पर विभाग की मेहरबानी रहती है, वहां जांच नहीं होती है।

    ऐसे में मिलावट करने वालों के हौसले और भी बढ़ जाते हैं। विक्रमजोत में एक पनीर की फैक्ट्री संचालित होती है। जहां मिलावट का खेल चलता है। विभाग कभी यहां जांच के लिए नहीं पहुंचता है। पनीर के अवशेष को बगल के नहर में गिरा दिया जाता है। कई बार स्थानीय लोगों ने पनीर के अवशेष को गिराने की वजह से नहर के पानी का रंग बदला हुआ देखा है।