150 रुपये प्रति घंटा भराई देने को किशान विवश
गेहूं की सिचाई के लिए किसानों को

जागरण संवाददाता, ऊंज(भदोही): गेहूं की सिचाई के लिए किसानों को 80 रुपये प्रति घंटा देना पड़ रहा है। वह निजी नलकूपों पर ही निर्भर हैं। समय पर भराई भी नहीं कर पा रहे हैं। कारण यह है कि औराई में स्थित सरकारी नलकूप दो माह से खराब पड़ा है। इसकी शिकायत भी कई बार दर्ज कराई गई लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
औराई क्षेत्र में सैकड़ा से अधिक सरकारी नलूकप हैं। औराई और भवानीपुर में स्थित नलकूप कई माह से खराब पड़ा है। नलकूप खराब होने के कारण किसान समय से सिचाई नहीं कर पा रहे हैं। हद तो तब हो जाती है जब आपरेटर भी कई माह से नलकूप देखने नहीं आते हैं। जब उनसे शिकायत की जाती है तो वह ठीक कराने की बात कर गायब हो जाते हैं। इसको लेकर किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है। क्या कहते हैं किसान-
सरकार छूट का वादा कर रही है। समय से सिचाई नहीं पा रही है। निजी नलकूप संचालक मनमानी रूप से वसूली कर रहे हैं। नलकूप इतने दिन से खराब है। जिम्मेदार सुनने को तैयार नहीं हैं।
मुरलीधर। नलकूप का हर समय मोटर खराब रहती है। बगैर स्टार्टर और चेंजर ही मोटर चालू कर दिया जाता है। किसान कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं। डायरेक्ट मोटर चलने से जल्दी खराब हो जाती है।
गुड्डू पाल।
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