भदोही में बीडा का मास्टर प्लान अटका, त्रुटिहीन मानचित्र का लक्ष्य, आपत्तियों का भी निस्तारण
भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) की महायोजना-2041 के मानचित्र को त्रुटिरहित बनाने का कार्य जारी है हालांकि वर्तमान में यह धीमा हो गया है। अधिकारियों का लक्ष्य अगस्त तक प्रक्रिया पूरी करके मास्टर प्लान को लागू करने का है। आपत्तियों के निस्तारण के बाद 51.97 वर्ग किमी क्षेत्र को विकसित करने की योजना है जिसमें 126 गांव शामिल हैं।

जागरण संवाददाता, भदोही। भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) की महायोजना-2041 के मानचित्र को लेकर जोर शोर से चल रही कसरत इन दिनों ठप हो गई है। हालांकि बीडा अधिकारी की मानें तो मास्टर प्लान को लेकर प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसको लेकर तमाम तकनीकी कार्य भी किए जा रहे हैं।
दावा किया जा रहा है अगस्त तक सारी प्रक्रिया पूर्ण कर प्राधिकारी बोर्ड की बैठक में मास्टर प्लान लागू करने के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा। इससे पहले नगरीय क्षेत्र में वर्तमान समय चल रही योजनाएं व भविष्य की योजनाओं का खाका तैयार कर किया गया था। मास्टर प्लान के मानचित्र को लेकर आई आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है कि इस बार जो भी मानचित्र तैयार कराया जाएगा वह पूरी तरह त्रुटिरहित हो। इसके लिए पिछले छह माह से जारी कवायद लगभग पूरी हो चुकी है। मास्टर प्लान का मानचित्र बनाने वाले रिमोट सेंसिंग अप्लीकेशन सेंटर ने इस संबंध में रिपोर्ट तैयार कर ली है।
महायोजना-2041 को लागू करने से पहले मानचित्र को प्रदर्शित कर लोगों से आपत्ति व सुझाव मांगा गया था। सुझाव तो नाम मात्र के आए लेकिन आपत्तियों का तांता लग गया था। 7100 लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। आपत्तियों के निस्तारण के लिए तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी, जिलाधिकारी विशाल सिंह ने छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। 16 दिसंबर से 28 तक चली सुनवाई के दौरान 70 प्रतिशत आपत्तियों का निस्तारण कर दिया गया था।
51.97 वर्ग किमी क्षेत्र को विकसित करने की योजना
महायोजना में 51.97 वर्ग किमी क्षेत्र को विकसित करने की योजना है। 126 गांवों व दो नगर निकायों को महायोजना में शामिल किया गया है। जबकि देखा जाए तो बीडा का कार्यक्षेत्र 318 वर्ग किमी तक है। इसमें 340 गांव आते हैं। प्रथम चरण में 17 साल के तैयार किए गए मास्टर प्लान के तहत 15 प्रतिशत क्षेत्र विकसित किया जाएगा। महायोजना की अधिसूचना लागू होने के बाद नौ जुलाई को रजपुरा स्थित बीडा सभागार में मानचित्र प्रदर्शित किया गया था। इस दौरान सुझाव तो कम आए लेकिन आपत्तियों का तांता लगा रहा।
बोले अधिकारी
बीडा का मास्टर प्लान व कारपेट सिटी-2 के लिए सितंबर में बीडा बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। इसके पूर्व मास्टर प्लान व अन्य याेजनाओं का कार्य पूर्ण कराया जा रहा है। अगस्त तक सारी प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी। - शैलेष कुमार, मुख्य कार्यपालक अधिकारी बीडा
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