Weather In UP: धूप से बचाव में की लापरवाही तो सेहत पर पड़ेगा भारी, बन सकते हैं Heat Stroke का शिकार
जनरल फिजिशियन डॉ. प्रदीप यादव बताया कि इस मौसम में लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत होगी। जरा भी लापरवाही की तो हीट स्ट्रोक के शिकार होंगे। उन्होंने बताया कि हीट वेव की स्थिति में शरीर की कार्यप्रणाली प्रभावित हो जाती है। इससे मृत्यु भी हो सकती है।

ज्ञानपुर (भदोही), संवाद सहयोगी। मौसम तल्ख है। तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पार चल रहा है। लगातार बढ़ते तापमान और झुलसा देने वाली असहनीय धूप व गर्म हवा के बीच घर से निकलते समय हर किसी को बेहद सावधान रहने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही लोगों को हीट स्ट्रोक का शिकार बना सकती है।
डॉक्टर की ले सलाह
इस मौसम में यदि जरा भी कमजोरी महसूस हो, चक्कर आए और सिरदर्द बना रहे और उबकाई आए तो समझ लीजिए हीट स्ट्रोक की पूरी संभावना है। ऐसे में तुरंत चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार की व्यवस्था करनी चाहिए। चरम पर पहुंच चुकी गर्मी के चलते जरूरी कार्यों से बाहर निकले लोग चंद दूरी तय करने में ही बेहाल हो जा रहे हैं।
जरा भी लापरवाही की तो हीट स्ट्रोक के होंगे शिकार
जिला अस्पताल के जनरल फिजिशियन डॉ. प्रदीप यादव बताया कि इस मौसम में लोगों को बेहद सावधान रहने की जरूरत होगी। जरा भी लापरवाही की तो हीट स्ट्रोक के शिकार होंगे। उन्होंने बताया कि हीट वेव की स्थिति में शरीर की कार्यप्रणाली प्रभावित हो जाती है। इससे मृत्यु भी हो सकती है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण
- कमजोरी महसूस होना
- चक्कर आना
- सिरदर्द बना रहना
- उबकाई आना
- अत्यधिक पसीना आना
- मूर्छित (बेहोश) हो जाना।
ऐसे करें बचाव
- अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। प्यास न लगी हो तब भी।
- हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले वस्त्र पहनें।
- धूप चश्मा, छतरी, रुमाल, चप्पल आदि का प्रयोग करें।
- खुले में कार्य करते समय सिर, चेहरा व हाथ-पैरों को गीले कपड़े से ढंकने का प्रयास करें।
- ओआरएस घोल के साथ छाछ (मट्ठा), लस्सी, चावल का पानी (माड़) नींबू पानी आदि का प्रयोग करें।
- सूर्य की सीधी रोशनी से बचें, श्रम साध्य कार्य ठंडे समय में करने का प्रयास करें।
- गर्भवती महिला व रोगग्रस्त व्यक्ति बेहद सावधानी बरतें।
क्या न करें
- दोपहर 12 से तीन बजे के मध्य तक सूर्य की रोशनी में जाने से बचें।
- गहरे रंग के भारी व तंग कपड़े न पहने।
- अधिक गर्मी के समय में खाना बनाने से बचें।
- रसोईघर के खिड़की दरवाजे खुले रखें।
- बच्चों व बड़ों को खड़ी गाड़ियों में न छोड़ें।
- शराब, चाय, काफी, कार्बोनेटेड साफ्ट ड्रिंक आदि का उपयोग न करें।

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