Bulandshahr: थैले से आई बच्चे के रोने की आवाज, खींचने लगा कुत्ता, पल भर की देरी होने से चली जाती जान, लेकिन...
Bulandshahr News बुलंदशहर में एक मुस्लिम दंपति ने सड़क किनारे लावारिस पड़े नवजात शिशु की जान बचाई। कुत्ते से बचाकर उसे घर ले गए और डाक्टर को दिखाया। बच्चा स्वस्थ था। दंपती ने बच्चे को चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंप दिया। पुलिस ने नवजात शिशु के बारे में जानकारी करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
संवाद सहयोगी, जागरण. गुलावठी (बुलंदशहर)। सड़क किनारे थैले में रखे नवजात की जान बचाकर दंपती ने मानवता की मिसाल पेश की है। पुलिस ने नवजात को चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम को सौंप दिया।
जिला हापुड़ के कुराना नयाबांस गांव निवासी फईमुद्दीन ने बताया कि बुधवार की रात करीब 11 बजे वह पत्नी शमीना के साथ औरंगाबाद में अपनी बहन के घर से बाइक से लौट रहा था। असावर-ऐंचाना गांव के बीच सड़क किनारे पड़े थैले को कुत्ता खींचकर ले जाना का प्रयास कर रहा था।
फईमुद्दीन ने बताया कि थैले से बच्चे के रोने की आवाज सुन बाइक रोकी और कुत्ते को भगाया। उसने थैले में देखा तो उसमें नवजात था। तुरंत ही शमीना ने नवजात को शांत कराया और दोनों उसे घर ले आए। गुरुवार को दंपती ने नवजात को चिकित्सक को दिखाया और जांच कराई। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था।
बाद में मुस्लिम दंपती नवजात को लेकर गांव के पूर्व प्रधान हाजी मईनुद्दीन के साथ गुलावठी थाने पहुंचे। चाइल्ड हेल्पलाइन बुलंदशहर से गुलिस्ता व नीरज शर्मा थाने पहुंचे, जहां पुलिस ने नवजात को उनके सिपुर्द किया। कोतवाल सुनीता मलिक ने बताया कि मुस्लिम दंपती द्वारा मिला नवजात शिशु बालक था, जिसे चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंपा गया है। कोतवाल ने चौकी प्रभारी को घटनास्थल के आसपास के गांवों के अलावा क्षेत्र के अस्पतालों में नवजात शिशु के बारे में जानकारी हासिल करने के निर्देश दिए हैं।
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पुलिस को सौंपते समय दंपती की आखें छलकी
जब महिला कांस्टेबल नवाजात को शमीना की गोद से अपने हाथों में ले रही थी तो दंपती की आंखों से आंसू छलक उठे। शमीना पांच बच्चों की मां है, जिसने नवजात को भी पालने की ठान ली थी।
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