बच्चा काला न हो जाए, इस चाह में इस गोली के सेवन से बच रहीं गर्भवती... और हो रहीं रोगों की शिकार
बुलंदशहर में गर्भवती महिलाएं आयरन की गोलियों से इसलिए बच रही हैं क्योंकि उन्हें डर है कि इससे बच्चा काला हो जाएगा या मोटा हो जाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक गलत धारणा है और आयरन की कमी से एनीमिया और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वे महिलाओं को नियमित रूप से आयरन की गोलियां लेने और आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह देते हैं।

गर्भवती महिलाएं जिंदगी देने वाली आयरन की गोली के सेवन से बच रही हैं। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। बच्चा काला हो जाएगा, बच्चा बहुत मोटा हो जाएगा... कुछ ऐसे ही भ्रम के चलते आज भी गर्भवती महिलाएं जिंदगी देने वाली आयरन की गोली के सेवन से बच रही हैं। आयरन की दवा नियमित रूप से नहीं लेने पर महिला रोग विशेषज्ञ भी चिंतित हैं, क्योंकि गर्भवती महिलाएं आयरन की कमी से खून की कमी भी हो रही है। जिला महिला अस्पताल में आने वाली गर्भवतियों को महिला रोग विशेषज्ञ समझाकर आयरन की गोली जरूर खाने की सलाह दे रही हैं।
कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला महिला अस्पताल में प्रतिदिन 200 से अधिक गर्भवती महिलाएं पहुंचती हैं। यहां एक रुपये के पर्चे पर महिलाओं को चेकअप और जांच से लेकर दवाएं फ्री मिलती हैं। साथ ही गर्भवती महिलाओं को आयरन और कैल्शियम की गोली भी मुफ्त दी जाती है। कुछ गर्भवती महिलाएं ऐसी हैं, जोकि आयरन की गोली का पत्ता लेकर चली तो जाती हैं, लेकिन उसका सेवन नहीं करती हैं। आयरन की गोली न खाने के पीछे महिला चिकित्सक पूछती हैं तो गर्भवतियों का जवाब होता है कि बच्चा काला हो जाएगा या फिर मोटा हो जाएगा। इसलिए गोली नहीं खा रहे हैं।
मेडिकल कालेज की एसोसिएट प्रोफेसर डा. कल्पना कुलश्रेष्ठ का कहना है कि बच्चा काला होने या मोटा होने की भ्रांतियों के कारण कुछ गर्भवती महिलाएं आयरन की गोली के सेवन से बचती हैं। ऐसी भ्रांतियों का सीधा असर मां और बच्चे की सेहत पर हो रहा है। आयरन की गोली लेने से न तो बच्चे का रंग प्रभावित होता है और न ही उसका वजन असामान्य रूप से बढ़ता है। बल्कि आयरन की नियमित कमी से गर्भवती महिला को एनीमिया (खून की कमी), अत्यधिक थकान, सांस फूलना, और समय से पहले डिलीवरी जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
इतना ही नहीं, यह बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास पर भी असर डाल सकता है। जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डा. अजय पटेल का कहना है कि लगभग 12 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को लगता है कि आयरन की गोली लेने से बच्चा काला हो जाएगा। लगभग 40 प्रतिशत महिलाएं उल्टी, कब्ज या हल्की असहजता की वजह से दवा लेना छोड़ देती हैं। वहीं, 25 प्रतिशत महिलाओं को यह डर होता है कि आयरन से बच्चा मोटा हो जाएगा, जिससे डिलीवरी में कठिनाई हो सकती है।
एनीमिया सबसे बड़ी तकलीफ भ्रम से रहें दूर
जानकारी की जरूरत तमाम जागरूकता के बाद भी गर्भवतियों में एनीमिया आज भी चिंताजनक है और इसकी बड़ी वजह आयरन की दवा को लेकर फैले तमाम भ्रम हैं। कई बार महिलाएं गोली तो ले लेती हैं, लेकिन सेवन नहीं करती हैं। आयरन की गोली नियमित रूप से न खाने से तमाम दिक्कतें झेलनी पड़ सकती हैं।-डा. सुनील कुमार दोहरे सीएमओ
इन लक्षणों को समझें
-थकान व चक्कर आना, सांस फूलना
-दिल की धड़कन अचानक तेज होना
-त्वचा पीली और बालों का तेजी से झड़ना इन बातों का रखें ख्याल
-डाक्टर की सलाह पर नियमित आयरन की गोली लें
-हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, अनार, गुड़, किशमिश खाएं
-चाय और काफी से परहेज करें, ये गर्भावस्था में नुकसानदेय है

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।